कोयला मंत्रालय के नये कोयला सचिव आईएएस अनिल कुमार जैन ने 22 अक्टूबर को सोनपुर बाजारी परियोजना का दौरा किया , कोल इंडिया को निजी हाथों में सौंपने की अटकलों पर विराम लगाया । कोयला सचिव ने कोलइंडिया को निजी हाथों में सौंपने से इनकार किया और कहा कि मंत्रालय संभालने के बाद कोयला खदान देखने आया हूँ ।
गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने कोयला सेक्टर में सौ फीसदी विदेशी निवेश को मंजूरी दी थी जिसके खिलाफ सभी केंद्रीय यूनियनों ने 25 सितंबर को अखिल भारतीय कोयला हड़ताल किया था जो काफी असरदार भी रहा था ।
अपने दौरा के क्रम में सचिव ने खदान में जाकर कार्यों को देखने के बाद ग्लास हाउस जाकर अधिकारियों से वार्ता की । उसके बाद कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया , फिर पुनर्वासन किये गए स्थल को देखा ।
विवेकानन्द कालोनी जाकर चारों केंद्रीय मजदूर संगठनों एचएमएस के एसके पांडेय, बीएमएस के नागेंद्र सिंह, धनंजय पांडेय के अलावा सीटू और एटक प्रतिनिधियों के साथ परिचयात्मक बैठक किया । उसके बाद ईसीएल के सभी क्षेत्रों से आये महाप्रबंधकों के साथ बैठक किया ।
ईसीएल के सीएमडी पीएस मिश्रा ने सचिव के तरफ से पत्रकारों को जवाब देते हुए कहा कि अधिकारियों के साथ वार्ता में कोयला उत्पादन बढ़ाने और अधिकारियों को हौसला अफजाई करने के लिये सचिव महोदय ने मंत्र दिया । सचिव के साथ कोलइंडिया के चेयरमैन अनिल कुमार झा समेत कोलइंडिया और ईसीएल के तमाम आला अधिकारी उपस्थित थे ।