धनबाद। जिले में पुलिस की लाख सख्ती के बावजूद कोयला तस्करी पर लगाम नहीं लग रहा है, हालत ये हो गया है कि अब तस्कर, कार्यवाही करने पहुँची पुलिस पर हमले से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं. जबकि पुलिस इन घटनाओं को लेकर मूकदर्शक बनी हुई है. कुछ ऐसी ही घटना मधुबन थाना क्षेत्र से सामने आयी है जहाँ कोयला तस्करों ने खरखरी ओपी में घुसकर सिपाही संतोष राम के साथ मारपीट की है।
कोयला तस्करों ने की सिपाही की पिटाई: सिपाही संतोष राम के साथ मारपीट करने वाला आरोपी कोयला तस्कर था जो सिपाही को अपने साथ बांसजोड़ा ले जाने की कोशिश कर रहा था. सिपाही के शोर मचाने के बाद एएसआई मौके पर पहुँचे और संतोष राम को कोयला तस्करों के चंगुल से छुड़वाया. घटना के बाद ओपी परिसर में कोयला तस्कर हंगामा करते रहे और एएसआई और सिपाही मूकदर्श बने देखते रहे. घटना के वक्त ओपी में एएसआई सत्येंद्र सिंह और सिपाही संतोष राम ही मौजूद थे, एक अन्य सिपाही छुट्टी पर थे जबकि ओपी प्रभारी दिनेश मुंडा अपने साथ एक सिपाही को लेकर मधुबन थाना गए थे, इसी बीच ये घटना घटी.अधिकारियों को दी गई सूचना: पूरी घटना की सूचना एएसआई के द्वारा वरीय अधिकारियों को दी गई. जिसके बाद पुलिस की दूसरी टीम दल बल के साथ मौके पर पहुँची।
पुलिस के आने की भनक लगते ही सभी कोयला तस्कर मौके से भाग निकले. पूरे मामले में पुलिस तीन युवकों से पूछताछ कर रही है. बाघमारा एसडीपीओ निशा मुर्मू ने बताया कि पूरे घटना में सिपाही को चोट लगी है. बताया जा रहा है कि पुलिस के द्वारा पांडुआ भीठा के नजदीक पोखरिया से छापेमारी कर अवैध कोयला को जब्त कर खरखरी ओपी लाया गया था, जिसके बाद स्कॉर्पियो में सवार चार युवक ओपी पहुँचे और हंगामा करने लगे।
सिपाही के द्वारा विरोध करने पर युवकों ने पिटाई कर दी, घायल सिपाही को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस तरह की घटना यह दर्शाती हैं कि धनबाद क़े अपराधी व कोयला तस्करी से जुड़े लोग कितने बेखौफ़ हैं जो कि अब पुलिस प्रशासन को भी मारपीट करने से नहीं चूक रहे हैं जबकि विधि व्यवस्था की जिम्मेदारी वाले लोग ही अपनी मिट्टी पलिद कराने पर तुले हुए हैं अगर जल्द ही इन अपराधियों पर लगाम नहीं लगाई गई तो आगे इससे भी बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता हैं।