पांडेश्वर । पाँच मजदूर संगठनों द्वारा आहूत कोयला उद्योग में 100 फीसद विदेशी निवेश के खिलाफ 24 सितंबर को बुलाई गयी एक दिवसीय हड़ताल की सफलता को लेकर मदारबनी कोलियरी में पाँच मजदूर संगठनों की संयुक्त सभा का आयोजन किया गया जिसमें मजदूर संगठनों ने आपस में एकता का परिचय देते हुये हड़ताल को सफल बनाने के लिए तैयारियों पर चर्चा की ।
इंटक नेता सुनील कर्मकार ने केंद्र सरकार द्वारा कोयला उद्योग में 100 फीसदी विदेशी निवेश की घोषणा को कोल कर्मियों को बेरोजगार बनाने और कोयला उद्योग को बन्द करने की साजिश करार दिया और कहा कि अब केंद्र सरकार की हिटलर शाही का अंत आने वाला है और केंद्र सरकार को देश के श्रमिक सबक सिखा कर दम लेंगे । उन्होंने हड़ताल को सफल बनाने की अपील कर्मियों से किया ।
एटक के आरएस यादव ने कहा कि अब समय आ गया है कि कोलकर्मियों को अपनी रोजी रोटी बचाने के लिये मोदी सरकार को सबक सिखला दिया जाय और 24 सितंबर की कोयला उद्योग की हड़ताल सरकार को सोचने पर मजबूर कर दिया जाय ।
एचएमएस के अनिल सिंह ने भी हड़ताल को कोल उद्योग की हित और कर्मियों के हित में बताया और कहा कि केंद्र सरकार को सबक सिखाने का समय आ गया है और एक दिनी हड़ताल में ही होश ठिकाने आ जायेगा ।
सीटू के स्वपन मुखर्जी ने भी हड़ताल को सफल बनाने की अपील किया ।इस अवसर पर शबे आलम, श्रीराम सिंह , गंगाधर गोस्वामी , रामेश्वर कापर , अशोक यादव समेत अन्य नेता भी उपस्थित थे ।