नामांकन के पांचवें दिन भी हिंसा
पंचायत चुनाव के लिए नामांकन के दौरान आज पांचवे दिन भी हिंसा की खबरें मिली. बताया जाता है कि शुक्रवार को बांकुड़ा के पूर्व माकपा सांसद वासुदेव आचार्य अपने समर्थकों के साथ जिले के काशीपुर प्रखंड में नामांकन दाखिल करने जा रहे थे. आरोप है कि तृणमूल समर्थकों ने उनपर हमला कर दिया जिससे पूर्व माकपा सांसद समेत उनके पाँच समर्थक बुरी तरह घायल हो गए. तत्काल सभी को रघुनाथपुर सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल ले जाया गया. जहाँ सभी का इलाज हुआ. लेकिन पूर्व सांसद की गंभीरता को देखते हुए उन्हें पुरुलिया सदर अस्पताल भेज दिया गया. इस घटना के कारण माकपा प्रार्थी नामांकन दाखिल नहीं कर पाए.
पूर्व माकपा सांसद का फटा सिर
मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की दोपहर माकपा के पूर्व सांसद बासुदेव आचार्य तथा माकपा के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष सत्यनारायण बाउरी सहित करीब 60-70 की संख्या में माकपा समर्थक अपने प्रार्थी का नामांकन दाखिल करने काशीपुर मोड़ से एक जुलूस लेकर काशीपुर ब्लॉक जा रहे थे. अचानक रास्ते में तृणमूल पार्टी कार्यालय के समीप तृणमूल समर्थकों ने उन्हें रोका और डंडे तथा ईंट पत्थरों से हमला कर दिया. इस दौरान वहाँ मौजूद रही पुलिस मारपीट होते देख फरार हो गई. घटना में बासुदेव आचार्य के माथे और पेट में तथा सत्यनारायण बाउरी को भी गंभीर चोटे आई है. इसके आलावा अन्य कई लोग घायल हो गए. जुलुश में शामिल माकपा समर्थक सभी घायलों को उठाकर काशीपुर थाना ले आई, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने असहयोग करते हुए उन घायलों को अस्पताल ले जाने को कहा. जबकि एसडीपीओ भी उस वक्त थाने में ही मौजूद थे.
पुलिस पर मूक समर्थन का आरोप
माकपा नेता प्रदीप राय ने तृणमूल समर्थकों पर गुंडागर्दी एवं पुलिस पर निष्क्रियता बरत कर घटना को मूक समर्थन देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में अभी मामला दर्ज नहीं करवाया गया है. घटना में घायल हुए हमारे लोग इलाज के लिए इधर उधर के अस्पतालों में चले गए हैं. घटना के संदर्भ में काशीपुर तृणमूल विधायक सपन बेलथरिया ने कहा कि तृणमूल समर्थकों ने हमला नहीं किया, बल्कि माकपा, कांग्रेस और भाजपा आपस में ही भीड़ गये. जिसके कारण यह घटना घटी है. उल्टा इस घटना में हमारे कार्यालय का बेंच वे कुर्सियाँ टूट गई और आवश्यक कागजात भी नष्ट हो गए है. उन्होंने कहा कि इस घटना से हमारा ही नुकसान हुआ है और पुलिस को इसपर कार्यवाही करनी चाहिए.