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चिरेका ने आज रचा इतिहास

झंडा दिखा रवाना करते सीएलडब्लू अधिकारी

सलानपुर -अभूतपूर्व प्रदर्शन दिखाते हुए भारतीय रेल की प्रमुख उत्पादन इकाई चित्तरंजन रेल- इंजन कारखाना(चिरेका) ने आज सफलता पूर्वक वर्ष 2017- 18 के लिए निर्धारित वार्षिक लोको उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त किया . विशेष महत्त्वपूर्ण यह है कि चिरेका ने वित्त- वर्ष 2017- 18 में 325 विद्युत् रेल- इंजिनों का उत्पादन कर पिछले सभी रेकॉर्डों को तोड़कर उत्पादन के लक्ष्यों को सफलता पूर्वक अर्जन किया है. चिरेका की मुख्य इकाई एवं इसकी डानकुनी स्थित सहायक इकाई में कार्यरत समर्पित कर्मचारियों, पर्यवेक्षकों और अधिकारियों की टीम के युगल प्रयास से ही यह संभव हो पाया है। आज, इस वर्ष के 325 वें विद्युत् रेल- इंजन, डब्लूएपी- 7 ,संख्या- 30667 को कारखाने से साधारणतः रवाना किया गया . यह भी विशेष उल्लेखनीय है कि 6000 अश्व शक्ति की क्षमता वाले 300 से अधिक विद्युत् रेल- इंजिनों का उत्पादन करने वाला एकमात्र कारखाना चिरेका ने आज एक इतिहास रचा है और विश्व मानचित्र में शीर्ष  विद्युत् रेल- इंजन उत्पादकों में खुद के लिए जगह बना ली है.

Last updated: मार्च 21st, 2018 by kajal Mitra