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दस यूनियनों ने चिरेका को घंटो जाम रखा

सलानपुर -चितरंजन रेल कारखाना (चिरेका) अंतर्गत लगभग 10 ट्रेड यूनियन के बेनर तले सैकड़ों चिरेका कर्मियों ने बुधवार को विभिन्न मांगो को लेकर संयुक्त रूप प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार को लगभग 1 घंटे तक जाम कर दिया| जहाँ चिरेका में कार्यरत रेल कर्मियों ने प्रबंधन तथा जीएम वीपी पाठक पर आरोप लगाते हुए इंटक नेता सह चिरेका कर्मी नेपाल चक्रवर्ती ने कहा कि चिरेका को साजिश के तहत निजीकरण की ओर धकेला जा रहा है, कमीशन खोरी चरम पर होने के कारण निजी कंपनियों को कार्य का ठेका देकर उन्हें लाभ पहुँचाया जा रहा है. उन्होंने कहा आज छह सूत्री मांगो को लेकर विभिन्न दल के 10 ट्रेड यूनियन के प्रतिनिदिधि दल संयुक्त रूप से जीएम से मिलकर उन्हें ज्ञापन देने पहुँचे थे, किन्तु उन्होंने तानाशाही रवैया दिखाते हुए मिलने तथा मेमोरेंडम लेने से इंकार कर दिया. अंततः बाध्य होकर सभी प्रतिनिधि दल के लोगों ने प्रशासनिक भवन के समक्ष मुख्य गेट को जाम कर धरना प्रदर्शन करने लगे और प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे चिरेका कर्मियों से वहाँ स्थित आरपीएफ सुरक्षा कर्मियों के साथ जम कर नोकझोक भी हुई. इधर सामाचार संकलन करने गए मीडिया कर्मियों को भी आरपीएफ जवानों द्वारा जीएम् से नहीं मिलने दिया गया. प्रबंधन अंत में दो लोगों से मिलने को तैयार हुए, किन्तु आन्दोलनकारी सभी 10 ट्रेड यूनियन में से एक-एक प्रतिनिधि मिलने की जिद पर अड़े रहे. कर्मियों ने बताया कि बिना मेमोरेंडम दिए प्रबंधन को एक सूचना पत्र देकर कर्मी लौट गए. जिसमें आगामी दिनों में ट्रेड यूनियन द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर और भी बृहद आन्दोलन किया जायेगा. जिसमें किसी भी प्रकार ही हानि और नुकसान के लिए जीएम् श्री पाठक जिम्मेवार होंगे. प्रदर्शन कर रहे ट्रेड यूनियन राजीव गुप्ता ने बताया कि जीएम द्वारा विगत 1 वर्ष से यूनियन के साथ कोई भी बैठक नहीं किया गया है. उन्होंने कहा मोटर साईकिल तथा बैग लेकर गेट में प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है, जिससे कर्मियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है. कर्मियों ने कहा यहाँ स्थित बड़े अधिकारियों का बायोमीट्रिक अटेंडेंस नहीं होता है, किन्तु सारे कायदे और कानून सिर्फ कर्मचारियों पर लागु कर दिया जाता है. साथ ही कहा प्रबंधन की उदासीन रवैये के कारण यहाँ स्थित स्कूलों में पढ़ाई कि स्थिति दयनीय हो गयी है. मौके पर राजीव घोष सीआईंटीयु, एसके लाहा एनऍफ़आईआर, एसएन सिंह सीआर मेन्स यूनियन, एसके सिन्हा सीआरइके, अर्देंदु मुखर्जी एआईयुटीयुसी, इन्द्रजीत सिंह इंटक, एससी ब्रम्हा एससी\एसटी, गुलाब यादव ओबीसी, अशोक चौधरी आईआरटीएसए आदि उपस्थित थे. आधार कार्ड पर आधारित कर्मचारियों का उपस्थिति बंद करना होगा, चिरेका कर्मियों के कार्य स्थल को सुरक्षित करना, चिरेका के समस्त रिक्त पदों को अविलम्ब भरना, कार्य के अनुसार में पॉवर में वृद्धि करना, ऑफ़ लोडिंग बंद करना एवं इन हॉउस प्रोडक्सन को बढ़ावा समेत नो हजार तथा 12 हजार (एच पी) इंजन का निर्माण चितरंजन में करना, चिरेका कर्मियों को उनके वाहन के साथ कारखाना के भीतर प्रवेश करने की अनुमति देना, चिरेका के कार्यालयों में 5 दिन की कार्य दिवस लागु करना आदि मुख्य मांगे शामिल है.

Last updated: मई 16th, 2018 by kajal Mitra

kajal Mitra
Associate correspondent and Photographer from Salanpur, Chittranjan( Dist. Pashchim Bardhman: West Bengal)
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