लोयाबाद बासुदेवपुर कोलियरी डंप से हाइवा से कोयले की तस्करी की जाँच सोमवार को विजिलेंस और सीआईएसएफ के अधिकारियों ने किया।
खानापूर्ति के लिए वहाँ ड्यूटी पर तैनात एएसआई जीएस सिंह को इस चेक पोस्ट से हटा दिया गया है। प्रबंधन द्वारा कोलियरी के लोडिंग बाबु और कांटा बाबुओं को भी हटाने की तैयार चल रही है।
विजिलेंस की टीम सोमवार को सिजूआ क्षेत्र के बासुदेवपुर कोलियरी कोल डंप पहुँचकर कोयले की तस्करी के हुआ पर्दाफाश की जाँच की।
टीम में शामिल अधिकारियोंं ने स्थानीय अधिकारियों लोडिंग बाबुओं सीआईएसएफ जवान व आंतरिक सुरक्षा प्रहरियों से पूछताछ की।
ड्यूटी पर तैनात लोगों से इस बात का भी पता लगाने की कोशिश की गई कि डंप से चार हाइवा आया और कोयला लोड लेकर चला गया और इसकी भनक तक सीआईएसएफ सुरक्षा प्रहरियों और लोडिंग बाबुओं को नहीं लगी।
अधिकारियों ने कोलियरी अधिकारियों से यह भी जानना चाहा कि जब डंप पूरी तरह से खुला हुआ है तो इसकी निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा क्यों नहीं लगाया गया। टीम के अधिकारियों ने अपने साथ कई कागजातों को जब्त कर अपने साथ ले गए हैं।
जाँच टीम का नेतृत्व सत्तर्कता विभाग के जाँच अधिकारी बीएन बेहरा व मुश्ताक अहमद कर रहे थे। शाम को सीआईएसएफ के सहायक समादेष्टा एनएस मिश्रा अपने अधिनस्त अधिकारियोंं के साथ पहुँचे। उन्होंने भी इस मामले में ड्यूटी पर पर मौजूद लोगों से पूछताछ की ओर घटना की विस्तृत रूप से जानकारी ली।
सिजूआ क्षेत्रीय प्रबंधन के द्वारा भी विभागीय जाँच की जा रही है। कोलियरी के पीओ को जाँच की जिम्मेदारी कोलियरी के पीओ को सौंपी गई है। मालूम हो कि शनिवार को सिजुआ क्षेत्र के जीएम आसुतोष द्विवेदी ने कोयला लदा तीन हाइवा को ओवरटेक कर पकड़ा और बासुदेवपुर कोलियरी कोल डंप से कोयले की की जा रही तस्करी का पर्दाफाश किया था।
पत्रकारों के साथ हुई अभद्रता
सीआईएसएफ के सहायक समादेष्टा एनएस मिश्रा ने सोमवार को लोयाबाद थाना क्षेत्र के बासदेवपुर कोलियरी में पत्रकारों के साथ अभद्र व्यवहार किया। समादेष्टा मिश्रा भंडाफोड़ कोयला तस्करी की जाँच करने आये थे। कोल डिपो के पास जैसे ही पत्रकार पहुँचे , बिना कुछ समझे उनका अभद्रता चालू हो गया जबकि पत्रकारों ने अपना परिचय भी दिया। लेकिन सरफिरे समादेष्टा ने एक नहीं सुनी, देर तक उनकी अभद्रता चलता रही। यहाँ मीडिया की जरूरत नहीं है, कोलियरी परिसर में घुसे कैसे जैसे सवाल करने लगे।
समादेष्टा की कार्यशैली से मौजूद सीआईएसएफ जवान भी आश्चर्यचकित थे। बाद में पत्रकारों द्वारा समादेष्टा की अभद्रता की शिकायत सीआईएसएफ के डीआईजीपी रमन से किया गया। उन्होंने जाँच का भरोसा देते हुए,घटना की निंदा की है। मौके पर पत्रकारों में कुणाल चौरसिया, पप्पू अहमद, रतनेश पांडेय, खुर्शीद अकरम,जमीर अंसारी पिंटू राउत गुलाम अरशद, विश्वजीत चटर्जी शामिल थे।
काफी गहरी है कोयला तस्करी की जड़ें
बीसीसीएल में कोयला तस्करी की जड़े काफी गहरी और बहुत अंदर तक है तो इसकी शाखाएं बहुत ऊपर तक है। कोलियरी के बाबू एवं चौकी पर तैनात सुरक्षा अधिकारी तो बहुत मामूली कड़ी है लेकिन इन लोगों पर ही कार्यवाही कर सम्बंधित विभाग अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। जांच अधिकारियों के रवैये से इतना तो स्पष्ट मालूम पड़ता है कि मुख्य सरगना का बाल भी बांका नही होने वाला है।