कोल इंडिया का दसवां वेतन बोर्ड पारित, इन कारणों से हिन्द मजदूर सभा ने किया विरोध

हिन्द मजदूर सभा के विरोध के बावजूद कोल इंडिया का दसवां वेतन बोर्ड पारित हो गया. नए वेतन बोर्ड के अनुसार कुल 24 प्रतिशत की वेतन वृद्धि मंजूर की गयी है. इससे सभी कोयला मजदूरों के वेतन में करीब 6से 7 हजार तक की बढ़ोत्तरी होने का अनुमान है. यह वेतन जुलाई 2016 से लागू किया जाएगा एवं सभी मजदूरों को उनका बकाया वेतन दो या तीन किश्तों में दे दिया जाएगा. दिवाली से पहले सभी मजदूरों को बकाये वेतन में से 40 हजार रूपए देने पर भी सहमति बनी है.

बाकी मुद्दों को दरकिनार करने के कारण हिन्द मजदूर सभा ने किया विरोध

आश्रित नियोजन की भाषा, रेस्ट वेजेज़ का दुहरा वेतन के संबंध मे अस्पष्टता, अन्डरग्राउन्ड एलाउंस को 9% तक सीमित रखने, एलाउन्स फ़्रीज़ तथा पिछले वेतन समझौता के अनुरुप वृद्धि न होना, ओटी सीलिंग पर चर्चा न होना आदि बातों पर सही शब्दावली का प्रयोग न होना जैसे मजदूर हित के मुद्दे जो वर्षो से लंबित है उस पर कोई भी सहमति नहीं बन पायी.

हम मजदूरों के बीच जायेंगें : एसके पांडेय(महामंत्री , कोलियरी मजदूर कांग्रेस (हिन्द मजदूर सभा )

कोलियरी मजदूर कांग्रेस , ईसीएल के महामंत्री श्री एसके पांडेय ने मंडे मॉर्निंग को बताया कि चूँकि पहले से लंबित मुद्दे को दरकिनार कर दिया गया इसलिए हिन्द मजदूर सभा ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किया है. उन्होंने कहा कि मजदूरों की मांग एवं भावना को ध्यान में रखते हुए ही हिन्द मजदूर सभा ने यह फैसला लिया है. उनका संगठन फिर से मजदूरों के बीच जाएगा और उनकी राय लेगा.

संघर्ष का विकल्प खुला है

श्री एसके पांडेय ने कहा कि मजदूर हित के जरूरी मुद्दे जो वर्षों से लंबित हैं उनपर जल्द कोई फैसला नहीं लिया गया तो उनका संगठन देशव्यापी आंदोलन की राह पर जाएगा.

Last updated: अक्टूबर 20th, 2017 by Pankaj Chandravancee

Pankaj Chandravancee
Chief Editor (Monday Morning)
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