चौपारण प्रखंड के ग्राम पंचायत सेलहारा के मुकेश सिंह का 18 वर्षीय पुत्र शिवम सिंह आधुनिक युग के तकनीकी क्षेत्र में महारत हासिल किया है। शिवम पेशे से साईबर सिक्युरिटी रिसर्चर है। कम उम्र में ही माइक्रोसॉफ्ट, गुगल, एप्पल जैसे बडी मल्टीनेशनल कंपनियों के साईबर कमियों को ढूंढ कर सामने लाया है। इनकी प्रतिभा यह सिद्ध करती है कि चौपारण प्रखंड में बेरोजगारी, शिक्षा देने वालो की कमी के बाद भी अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धियां पा रहे हैं। शिवम को न केवल अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि मिली है। बल्कि कई कंपनियों ने इनाम के रूप में राशि देकर पुरस्कृत किया है। यही नहीं माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने टाप सिक्युरिटी रिसर्चर लीडरबोर्ड में शिवम को शामिल कर अमेरिका में कांफ्रेंस में आमंत्रित किया था। जिसमे पासपोर्ट और वीजा नहीं रहने के कारण मौका हाथ से निकल गया। मालूम हो कि शिवम के पिता मुकेश सिंह छोटा व्यवसाय एवं मां गृहिणी हैं। चाचा राकेश सिंह पारा शिक्षक एवं भी दार्जलिंग में एयर फोर्स में है।
ग्रामीण क्षेत्र से पढाई शुरू करने वाला अठारह वर्षीय शिवम की कहानी फिल्मी दुनिया जैसा है। हमेशा कुछ अलग करने की चाहत और बचपन से ही कंप्यूटर लैपटॉप पर घंटों छेड़छाड़ ने आज इसे रिसर्चर बना दिया। अपनी प्रतिभा से इसने हावर्ड यूनिवर्सिटी से आनलाईन साईबर सिक्युरिटी का कोर्स भी किया है।
शिवम ने माइक्रोसॉफ्ट के अलावा गुगल, एप्पल, गिटहब, रिप्पल, ड्रापबॉक्स, पोर्नहब, ओनली फैंस, हाईटो लिमिटेड आदि बडी मल्टीनेशनल कंपनियों के साईबर बग ढुंढ निकालें हैं। बग रिपोर्टिंग के बाद सभी कंपनियां ने उसे सम्मानित भी किया है। भविष्य की योजना पर चर्चा करते हुए शिवम बताया कि आजकल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी हैकिंग हो रही है। इससे देश के महत्वपूर्ण संस्थानों के आवश्यक सुचनाएं लीक हो रही है। इस पर रोक लगाने की आवश्यकता है। साथ ही आनलाईन हेराफेरी काफी बढ़ी हुई है। इसपर रोक लगाने के क्षेत्र में कार्य कर देश की सेवा करना चाहते हैं।