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गोलीकांड का एक आरोपी गिरफ्तार, पुलिस नहीं बता रही सच्चाई

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ईलाजरत गंभीर रूप से घायल मोतीलाल यादव (बाएँ ), एक घायल मौके से भाग गया (दायें )

चित्तरंजन में दहशत फैलाने वाला मुख्य अभियुक्त करण सिंह गिरफ्तार

चित्तरंजन। सोमवार 8 अप्रैल की रात चिरेका नगरी के चित्तरंजन-आसनसोल मुख्यमार्ग पर 31 नंबर मोड़ संलग्न हुई गोलीबारी तथा एक गिरोह द्वारा जमकर हुई मारपीट के मामले में चित्तरंजन थाना, मंगलवार शाम छापेमारी कर एक मुख्य अभियुक्त को पकड़ने में पुलिस सफल हुई है।

इस सबंध में चित्तरंजन थाना प्रभारी अतीन्द्रनाथ दत्ता ने बताया कि मिहिजाम हिलरोड निवासी करन प्रताप सिंह को गैरजमानती धारा के तहत गिरफ्तार कर बुधवार को आसनसोल जेल भेज दिया गया है। कोर्ट ने उसकी जमानत अर्जी खारिज कर दी। उसपर 307 का धारा लगाया गया है। वहीं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

गंभीर रूप से घायल पीड़ित का जिला अस्पताल में चल रहा इलाज

विदित हो कि उक्त घटना के बाद गंभीर रूप से जख्मी जोड़बाड़ी निवासी सह कुश्ती प्रशिक्षक मोतीलाल यादव जिला अस्पताल आसनसोल में ईलाजरत है। अमलादही बाजार जाने वाली रास्ता सँख्या 31 पर जो आसनसोल चित्तरंजन मुख्य मार्ग पर स्थित है वहाँ बीते सोमवार को अँधेरे का लाभ उठाकर अपराधी गोलीबारी की घटना को अंजाम देते हुए मौके से फरार हो गये। घटना सोमवार 8 अप्रैल लगभग 8:45 बजे रात की है। जिसमें दो युवक घायल हुये थे। उनमें से एक मोटरसाइकिल से फरार हो गया और दूसरा मोतीलाल यादव का इलाज चल रहा है।

पीड़ित के पिता का कहना है कि किसी से दुश्मनी नहीं

मोतीलाल के पिता शंभू यादव ने बताया कि उसके लड़के की किसी से निजी दुश्मनी नहीं है । वह शाम 7 बजे के लगभग घर से जल टंकी स्थित जिम में एक्सरसाइज करने के लिए निकला था । वहाँ से वह अपने साथी पवन के साथ चित्तरंजन के पंचमपल्ली स्कूल के पास बजरंगबली मंदिर संलग्न कुश्ती कार्यशाला में प्रशिक्षण देने के लिये जा रहा था। पिछले पाँच सालों से वह शिक्षक के रूप में लोगों को कुश्ती प्रशिक्षण देने का काम करता आ रहा है।

पुलिस नहीं बता रही सच्चाई

हमला क्यों किया गया , इस घटना के पीछे की असली वजह की कोई जानकारी नहीं। पीड़ित बयान देने की स्थिति में नहीं है और पुलिस कुछ बता नहीं रही है जबकि उसने एक आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट भी भेज दिया है। संभव है पुलिस भी सच्चाई छिपाने की कोशिश कर रही है। बहरहाल कारण जो भी रहा हो लेकिन इस घटना ने इतना तो साफ कर दिया है कि चुनाव के इस मौसम में भी अपराधी बेखौफ हैं तो जाहिर है कि चुनाव के समय भी अपराधी बेखौफ रहेंगे ।

Last updated: अप्रैल 10th, 2019 by Om Sharma