चित्तरंजन। अतिक्रमण को लेकर इन दिनों चिरेका प्रशासन हौशला काफी बुलंद है। वहीं मंगलवार को पूरी तैयारी के साथ चिरेका प्रशासन के अधिकारी समेत आरपीएफ के जवान बुलडोजर के साथ पोकेट गेट बंद करने पहुंचे थे।
बताया जाता है, मिहिजाम के कुर्मीपाड़ा पाकेट गेट को बंद करने के लिए पहुंची प्रशासनिक टीम को उस समय वापस लौटना पड़ा जब जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी समेत मिहिजाम नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन बालमुकुंद रविदास तथा निवर्तमान अध्यक्ष कमल गुप्ता ने इसका पुरजोर विरोध किया।
घटना स्थल से ही जामताड़ा विधायक ने चिरेका महाप्रबंधक हितेंद्र मल्होत्रा से बातचीत की जिसके बाद इस कारवाई को फिलहाल टाल दिया गया।
बताया गया कि, आगामी 22 दिसम्बर को चिरेका महाप्रबंधक के साथ बातचीत होगी, उसके बाद निर्णय लिया जाएगा।
विधायक ने कहा, सिर्फ कुर्मीपाड़ा पाकेट गेट ही नहीं बल्कि कानगोई पाकेट गेट, आमबगान पाकेट गेट और हिलरोड पाकेट गेट को किसी भी कीमत पर बंद नहीं करने दिया जाएगा।
क्योंकि, सैकड़ों चिरेका रेल कर्मी मिहिजाम के इन इलाकों से रोजाना चित्तरंजन रेल कारखाना में काम करने आते – जाते हैं।
इन पाकेट गेटों को बंद करने से रेल कर्मियों समेत आम नागरिकों को भी काफी मुश्किल होगी।
लगभग छः से सात किलोमीटर दूर चलकर एक नम्बर गेट से आवाजाही करनी पड़ेगी।
वहीं मिहिजाम नगर परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष कमल गुप्ता ने कहा कि हमलोगों का यह भी प्रयास रहेगा कि आमबगान पाकेट गेट और दो नम्बर गेट जो पहले से ही बंद पड़ा हुआ है उसे भी खुलवाने का प्रयास किया जाएगा।