Site icon Monday Morning News Network

70 फुट का मां दुर्गा की प्रतिमा बनेगा आकर्षण का केंद्र

फाइबर से बनाई गई है माँ दुर्गा की प्रतिमा

देशभर में मां दुर्गा की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्र की शुरूआत हो चुकी है। इस मौके पर लोग मां दुर्गा की पूजा-आराधना के लिए जगह-जगह खास पंडाल बनाते हैं। वैसे तो देशभर में नवरात्र के समय मां दुर्गा के आगमन के लिए लोग खास साजो-सज्जा से अलग-अलग थीम पर पंडालों का निर्माण किया जाता है, लेकिन भव्य पंडालों के लिए चित्तरंजन रेल नगरी भी काफी मशहूर है।

चित्तरंजन के छयेर पल्ली में ऐसी प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है, जिसे देखने के लिए भक्तों को आसमान में सिर उठाना पड़ेगा। इसबार चित्तरंजन छयेर पल्ली सार्बजनिन दुर्गापूजा कमेटी द्वारा 70 फीट ऊंची दुर्गा प्रतिमा का निर्माण कराया जा रहा है। जिसे फाइबर से बनाई गई है । जिसे लोहे के एक ढांचे पर खड़ा किया जाएगा ।

पूजा का 67वां साल

पूजा कमिटी के अध्यक्ष बाप्पा कुंडू ने बताया कि कोलकाता में बीते वर्ष देशप्रिय पार्क में आयोजित भव्य दुर्गापूजा की तर्ज पर इस बार रेलनगरी चित्तरंजन में विशालकाय मां दुर्गा की प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है। जिसके लिए अभी से तैयारियाँ शुरू कर दी गई है। इस बार हमारे पूजा का 67वां साल होगा। उम्मीद है हर साल की तरह इस बार भी दर्शको की भीड़ उमड़ेगी। उन्होंने बताया कि हमें इस मूर्ति को लेकर काफी प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं. यहाँ तक की सोशल मीडिया पर भी इस मूर्ति को लेकर लोग काफी उत्‍सुक हैं. चित्तरंजन में कुल 15 पूजा पांडाल बनाया जाता है, लेकिन ऐसे में हमारे यहाँ के देवी दुर्गा की यह मूर्ति आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. दरअसल इस मूर्ति की ऊंचाई है 70 फीट है.

चार महीने का समय लगा

इस मूर्ति को कांचरा पाड़ा के कारीगरों द्वारा बनाया गया है. इसके तैयार होने में चार महीने का समय लगा है. 70 फीट ऊंचे इस मूर्ति की सुरक्षा के लिए बाहर से 25 सुरक्षा कर्मी तैनात किया गया है। इसके अलावा पूजा पंडाल के वोलेंटियर सहित स्थानीय पुलिस प्रशासन तैनात रहेंगे। पूजा मंडप से एक किलोमीटर की दूरी पर पार्किंग की व्यवस्था किया गया। पूजा पंडाल के चारों ओर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएँगे। पिछले छः सालों से ज्यादा भीड़ इस बार होने की संभावना है।

इससे पहले नहीं बनाई इतनी बड़ी प्रतिमा

मूर्तिकार अमर पाल ने बताया फाइबर से बना 70 फुट की मूर्ति के पीछे एक कित्रिम पाहाड़ भी रहेगा। प्रतिमा निर्माण का कार्य जनवरी में ही शुरू कर दिया गया था। छयेर पल्ली कम्यूनिटी हॉल में मूर्ति निर्माण का काम किया जा रहा है। इससे पहले वे इतना बड़ा मूर्ति कभी नहीं बनाये है, लेकिन 40 फुट की काली की मूर्तियाँ बना चुके हैं, ये उनके लिए भी एक नया अनुभव है। विशालकाय मूर्ति का निर्माण फाइबर से किया जारहा है, जिसका वजन लगवग 9 टन है। इस मूर्ति को बनाने में 15 लाख रुपए खर्च हो गया।

Last updated: अक्टूबर 3rd, 2018 by kajal Mitra