चित्तरंजन रेलवे कारखाना के कारखाना के विभिन्न शाॅपों में भ्रमण कर शुक्रवार को पाँचवें दिन इंटक वर्कर्स यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने काला झण्डा व बिल्ला लगाकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान इंटक नेता नेपाल चक्रवर्ती, एस के साही व इंद्रजीत सि हके नेतृत्व में रैली निकाल कारखाना के सभी शाॅपों में भ्रमण किया। सैकड़ी की तादात में इंटक कार्यकर्ता हाथों में काले झण्डे व काला बिल्ला लगा कर सरकार के द्वारा सात प्रोडक्शन युनिट को निजीकरण करने के खिलाफ नारे लगाये गये।
नेताओं ने कहा कि डियुटी के समय रेलवे कर्मी काला बिल्ला लगाकर कार्य कर रहे है कहा कि देश के सात प्रोडक्श यूनिट को प्राईवेटाईजेशन (निजीकरण) करने के सरकार व रेलवे बोर्ड के संयत्र को पूरा नहीं होने दिया जायेगा। सभी सातो युनिट के यूनियन के नेता व कार्यकर्ता सड़क से संसद तक भाग लेगें। कहा कि रेलवे बोर्ड ने चित्तरंजन लोकोमोटिव वकर्स (चिरेका), इंटर्गल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ), डीजल लोकोमोटिव वकर्स (डीएलडब्लु), डीजल मोर्डनाईजेशन वकर्स (डीएमडब्लु) पटियाला, व्हील व एक्सेल प्लांट बैंगलोर, रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) कपुरथला व मोर्डन कोच फैक्ट्री (एमसीएफ) बरैली के विभिन्न यूनियनों से संपर्क किया जा रहा है। सरकार इस फैसले को बापस नहीं लेती है तो जारदार आन्दोलन कर विरोध किया जायेगा। इस मौके पर देशाषीश मजूमदार, पिन्टुुु पाण्डे, सत्यनारायण मंडल सहित सैकड़ों यूनियन कार्यकर्ता व रेलकर्मी शामिल हुए।