26 जनवरी गणतन्त्र दिवस के उपलक्ष्य पर पश्चिम बर्धमान जिला अध्यक्ष हीरा सिंह एवं सचिव अशोक सिंह के नेतृत्व में “पश्चिम बर्धमान चंद्रवंशी महासभा” की ओर से एक- एक पिकनिक सह सभा आयोजित की गयी । आसनसोल, जेकेनगर के गुंजन पार्क में यह पिकनिक सह सभा का आयोजन किया गया “पश्चिम बर्धमान चंद्रवंशी महासभा”, जेके नगर यूनिट की ओर से पूरे कार्यक्रम की व्यवस्था कि गयी जिसके मुख्य आयोजनकर्ता जेके नगर इकाई के संगठन सचिव प्रभात सिंह चंद्रवंशी थे । सभा की अध्यक्षता निंघा के नन्दलाल राम ने की एवं संचालन जेके नगर इकाई के कोषाध्यक्ष सिंघेश्वर सिंह ने की। जेके नगर इकाई के उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र राम के कुशल व्यवस्था से सभा सह वनभोज का यह कार्यक्रम सफलता पूर्वक संचालित हो पाया।
कई गणमान्य लोग शामिल हुये
कार्यक्रम में पूरे पश्चिम बर्दवान जिले से चंद्रवंशी समाज से जुड़े हुये कई लोग शामिल हुये जिनमें मुख्य रूप से अंडाल से मंडे मॉर्निंग न्यूज़ नेटवर्क के प्रधान संपादक पंकज चंद्रवंशी, रियल इस्टेट कंपनी श्री राम मल्टीडेवेलपर के चेयरमैन विजय राम एवं कंपनी के निदेशक अशोक राम, कुनुस्तोरिया से “सम्मान ह्यूमन राइट” मानवाधिकार संगठन के उपाध्यक्ष सत्यनारायण राम सहित काफी संख्या में चंद्रवंशी समाज के गणमान्य लोगों ने शिरकत की।
दहेज प्रथा के खिलाफ संकल्प लिया गया
सभा में सभी वक्ताओं ने दहेज प्रथा के खिलाफ अपने वक्तव्य रखे एवं सभी सदस्यों ने एक सुर में उनका समर्थन किया । चंद्रवंशी समाज को दहेज मुक्त बनाने के लिए सभी ने शपथ ली।
एक- दूसरे का सहयोग करने पर दिया ज़ोर
सभा में सभी सदस्यों ने समाज के उत्थान के लिए एक दूसरे का सहयोग करने पर जो दिया एवं समाज के समर्थ एवं क्षमतावान लोगों से आग्रह किया कि वे समाज के प्रतिभावान युवाओं के बेहतर भविष्य निर्माण के लिए आगे आयें।
चंद्रवंशी महासभा के लिए जमीन दान किए
रियल इस्टेट कंपनी श्री राम मल्टीडेवेलपर के चेयरमैन विजय राम एवं कंपनी के निदेशक अशोक राम ने समाज के विकास के लिए अपना योगदान करते हुये अपने अंडाल के प्रोजेक्ट में चंद्रवंशी भवन बनाने के लिए तीन कट्ठा जमीन महासभा को दान दिया। सभी सदस्यों ने विजय राम एवं अशोक राम को धन्यवाद दिया।
गौरवशाली अतीत रहा है चंद्रवंशी समाज का
धन्यवाद ज्ञापन में पश्चिम बर्धमान जिला सचिव अशोक सिंह ने कहा कि चंद्रवंशी समाज की गिनती देश की पिछड़ी जातियों में होती है। हमारा इतिहास गौरवशाली रहा है । हम चंद्रवंशी क्षत्रिय हैं तथा मगध नरेश जरसंघ की संतान हैं । महाभारत युद्ध में कौरवों का साथ देने के कारण हमारा पतन हो गया। कालांतर में चंद्रवंशी क्षत्रियों पर काफी हमले किए गए और हमें नष्ट करने का प्रयास किया गया। हमारे पूर्वज अपना पहचान छिपा कर जीने लगे जिससे हमारा गौरव और वैभव भी जाता रहा। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई से लेकर देश के विकास के लिए लगभग सभी क्षेत्रों में चंद्रवंशी भाइयों का महत्वपूर्ण योगदान है लेकिन पहचान गौण होने के कारण हमें पता नहीं चलता है। इतिहास को भुलाकर बेहतर भविष्य निर्माण के लिए सभी को मिल जुलकर आगे आने के लिए उन्होंने सबका आह्वान किया।