Site icon Monday Morning News Network

कमर्शियल माइनिंग को बन्द करने, कोल ब्लॉक आवंटन रद्द करने समेत 12 सूत्री मांगों को लेकर केंद्रीय मजदूर संगठनों प्रदर्शन

पांडेश्वर । कोयला उद्योग में कमर्शियल माइनिंग ,को बन्द करने कोल ब्लॉक आवंटन निरस्त करने ,सीएमपीडीआई को अलग नहीं करने समेत बारह सूत्री मांगों को लेकर संयुक्त सग्राम कमिटी के तहत 5 केन्द्रीय मजदूर संगठनों के तरफ से बुधवार को पांडेश्वर क्षेत्रीय कार्यालय पर सभा का आयोजन करने के साथ महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपा गया ।

इस अवसर पर केंद्रीय मजदूर नेताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार को एक दमनकारी सरकार की संज्ञा देते हुए कहा कि सभी सरकारी संपत्तियों को बेचकर देश के उद्योगो को निजी मालिकों के हाथों में देने वाली इस केंद्र सरकार को मजदूर एकता के बल पर ही सबक सिखलाया जा सकता है ।

सीटू के विवेक होम चौधरी ने कहा कि अब कोयला उद्योग समेत सभी उद्योगो को बचाने के लिये कर्मियों की अपनी एकजुटता दिखाना होगा तभी कोयला उद्योग बचेगा । जीके श्रीवास्तव ने भी कोयला उद्योग को बचाने के लिये सभी मजदूर संगठनों को अपनी सारी गिलवा शिकवा को भुलाकर एकजुट होकर अपनी मांगों के साथ श्रमिकों को लेकर जोरदार आंदोलन चलाना होगा।

बीएमएस के तापस कुमार घोष ने कहा कि केंद्र सरकार को सबक सिखाने और कोलकर्मियों कि जायज मांगों को लेकर ही हमारे नेता डॉ० बीके राय ने पाँचों केंद्रीय मजदूर संगठनों को एक मंच पर लाकर देशव्यापी आंदोलन चलाने के लिये शुरूआत किया है और जबतक हमारी मांगों पर केंद्र सरकार अपना रुख स्पष्ट नहीं करती है तब तक कोयला उद्योग में आंदोलन के साथ हड़ताल भी होगा।

एचएमएस के शबे आलम ने कहा कि अब लड़ाई अपनी रोजी और रोजगार बचाने के लिये लड़नी है और हमारी कोल मज़दूरों में वह क्षमता है आंदोलन से अपनी हक को लेकर रहेंगे ।

एटक के प्रभात राय ने एकजुटता के साथ लड़ाई लड़ने की बात कही इंटक के सुनील कर्माकर ने राष्ट्रीय संपत्ति को बेचने वाली सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली।

इस अवसर पर क्षेत्र के सभी कोलियरियों के श्रमिकों के अलावा एटक के आरएस यादव ,जोगिंदर प्रसाद ,बीएमएस के डी चटर्जी ,महेन्द्र सिंह,सीटू के पन्नालाल बनर्जी श्रमिक उपस्थित थे।

Last updated: अक्टूबर 7th, 2020 by Pandaweshwar Correspondent