कवि सम्राट विश्वनाथ सत्यनारायण का 125 वाँ जयंती समारोह मनाया गया। समारोह में ऊपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। विश्वनाथ सत्यनारायण का जन्म 10 सितम्बर, 1895 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा ज़िले के नंदमूरु नामक गाँव में हुआ था।
तेलुगू के महाकवि विश्वनाथ सत्यनारायण अपने विराट उपन्यास ‘वेयिपगळु’ (‘सहसफग’, हिन्दी अनुवादक: पी. वी. नरसिंहराव), महाकाव्य ‘श्रीरामायण-कल्पवृक्षम’, (हिन्दी अंशानुवादिका: डॉ. सरोजिनी ‘महिषी’) जिसे भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार 1971 में मिला, तथा ‘मध्यक्करलु’ नामक कविता संग्रह (साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त) के लिए प्रासिद्ध है।
विश्वनाथ सत्यनारायण को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन 1971 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
उन्हें तेलुगु के आधुनिक युग के एक उत्कृष्ट कवि मना जता है। संस्कृत के पंडित तो थे ही, तथा तुलसीदास के ‘रामचरितमानस’ से भी वे बहुत प्रभावित थे।
विश्वनाथ सत्यनारायण का निधन 18 अक्तूबर, 1976 को आंध्र प्रदेश के गुंटूर में हुआ था।
प्रीतम कुमार सिंह