Site icon Monday Morning News Network

बासदेपुर कोल डंप में बीसीसीएल सीएमडी के आदेश के तीन महीने बाद भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा

लोयाबाद तत्कालीन सीएमडी पीएम प्रसाद के निर्देश के बावजूद भी बासदेवपुर कोलियरी कोल डंप में सीसीटीवी कैमरा नहीं लग पाया है। आदेश दिए हुए तीन महीने बीत चुके हैैं।

प्रबन्धन का कहना है कि प्रोसेस में है कागजी प्रक्रिया चल रही है। मुख्यालय नोटशीट भेजा गया। इधर डंप से फिर से कोयले तस्करी होने की खबर चर्चा में है।

मालूम हो कि 6 जून को सीआईएसएफ पुलिस की सक्रियता के बावजूद तीन हाइवा कोयला जब्त कर कोयले की तस्करी का भंडाफोड़ सिजुआ के जीएम आशुतोष द्विवेदी ने किया था।

घटना के बाद निगरानी विभाग सीआईएसएफ के डीआईजी एवं सीएमडी ताबड़तोड़ जाँच करने बासदेवपुर पहुँच गए थे। उसी वक्त सीएमडी बासदेवपुर कोल डंप का हाल देखकर कोल डंप व चेकपोस्ट पर सीसीटीवी को जरूरी बताते हुए अविलंब यहाँ मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी लगाने का निर्देश दिया था।

जिला प्रशासन भी कोयले की हो रही तस्करी को रोकने के लिए सीसीटीवी लगाने के लिए बीसीसीएल के सभी परियाजना व कोल डंप में सीसीटीवी लगवाने को कहा था। उसके बाद भी सीसीटीवी लगवाने में बीसीसीएल के अधिकारी कच्छवे की चाल में आगे बढ़ रही है।

ऐसे होती है कोयले की तस्करी

कोयले की ट्रांसपोर्टिंग करने वाली कम्पनी की गाड़ियों के आड़ में तस्करों की हाइवा भी कोल डंप में प्रवेश कर जाता है इसमें लोडिंग बाबुओं के साथ सीआईएसएफ के जवानों की भी मिली भगत होती है। इसलिए किसी को पता भी चल पाता है कि ट्रांसपोर्टिंग के साथ तस्कर का भी गाड़ी कोल डंप में लगा हुआ है।

इसमें लोडर ऑपरेटर को अलग से मोटी रकम दी जाती है। सूत्र बताते है कि रोजाना तस्कर की तीन से चार हाइवा अवैध रूप से कोयला लेकर निकलता है। कागज़ी प्रक्रिया चल रही है। नोटशीट मुख्यालय गया हुआ है। जल्द ही सीसीटीवी लगँवा दिया जाएगा-आशुतोष द्विवेदी जीएम सिजुआ 5

Last updated: सितम्बर 24th, 2020 by Pappu Ahmad