चित्तरंजन। चित्तरंजन रेलनगरी में अवैध रूप से बनी दुकानों को मंगलवार को रेलवे प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया।
चित्तरंजन शहर का सबसे बड़ा व्यापारिक केंद्र अमलादही बाजार है। कई अवैध दुकानों को चिन्हित कर उन्हें ध्वस्त कर दिया गया।
हालांकि रेल प्रशासन इसके पूर्व ही दुकानों के मालिकों को नोटिस कर दिया था। 10 नवंबर को जारी अधिसूचना में अगले 10 दिनों का समय दिया गया था,
लेकिन दुकान मालिकों द्वारा कोई पहल नहीं किये जाने पर मंगलवार को चित्तरंजन आरपीएफ और आईओडब्ल्यू अधिकारियों ने चित्तरंजन रेलवे प्रशासन की उपस्थिति में कम से कम दस दुकानों को तोड़ा गया।
हालाँकि कुल 33 दुकानों को ध्वस्त किया जाना था, लेकिन उनमें से सभी को आज पूरा नहीं किया जा सका।
अमलदही बाजार के रोड नंबर 31 पुनर्जन्म भवन से महिला समिति स्कूल तक जाने वाली सड़क के दोनों ओर की दुकानों सहित बाजार के अंदर की कई दुकानों को आज ध्वस्त कर दिया गया।
रेलवे प्रशासन ने पहले ही चिन्हित कर लिया था कि इन अवैध दुकानों को हटा दिया जाएगा। हालांकि नोटिस मिलने के बाद ये दुकानें लंबे समय से नहीं खुली थीं जिनके कारण आस पास कचड़ा का अंबार लग गया था।
बाजार समिति के सचिव पार्थ मंडल ने कहा कि रेलवे प्रशासन द्वारा उठाया गया कदम बाजार के हित में है, हालांकि बताया गया है कि अवैध दुकानों को तोड़ने के दौरान आज किसी भी राजनीतिक दलों की और से कोई बाधा उत्पन्न नहीं हुई।