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गरीबों की झोपड़ियों पर फिर चला बुलडोजर, भाजपा कार्यलय पर चिरेका प्रबंधन मेहरबान

चित्तरंजन। रेल नगरी चितरंजन में इन दिनों अतिक्रमण हटाओ अभियान परवान पर है, प्रतिदिन इस कड़ाके की ठंढ में दर्जनों के हिसाब से अवैध घर को जमीदोंज किया जा रहा है।

चिरेका प्रबंधन की इस अभियान से रेल नगरी में जंग की मैदान की तरह हालात उत्पन्न हो गई है, कोई खाने की बर्तन तो कोई टूटे झोपड़ी की अस्थियों को बटोरने में जुटी है,

लगातार चल रहे इस अभियान ने अबतक सैकड़ों परिवारों को बेघर कर दिया है, इस तूफ़ान में लोग अपने अपने रहनुमाओं से फरियाद करते दिख रहें है, की उन्हें सर छुपाने के लिए कोई आशियाना उपलब्ध करा दे,

हालांकि चिरेका प्रबंधन ने भी इस बार पूरी तरह से कमर कस ली है, की रेल नगरी में किसी भी अवैध कब्जाधारियों को रहने नही दिया जाएगा।

मंगलवार को आरपीएफ की भारी लाव लश्कर के साथ सिमजुड़ी रास्ता संख्या 89 के निकट स्थित कपूर बस्ती में दो बुलडोजर रौद्र रूप धारण कर कई दर्जन घरों को जमीदोंज कर दिया।

हालांकि उसी स्थान पर स्थित चितरंजन भाजपा पार्टी कार्यालय पर चिरेका प्रबंधन की मेहरबानी साफ दिखाई दे गया, किसी भी अधिकारी में भाजपा झंडा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर लगे दीवार को छूने की साहस नही हुई।

पूरे प्रकरण को देखे तो पूरी अवैध बस्ती के बीच अकेला भाजपा पार्टी कार्यालय ही अमर ज्योति की तरह टिका रह गया।

बेघर हुए लोगों ने प्रबंधन की इस कार्यवाही को दोहरी नीति बताया और कहा कि हमलोग इस क्षेत्र में लगभग 35-40 सालों से रह रहें है, कोई चिरेका कर्मियों के यहाँ बर्तन माँजते है, तो कोई उनके बागान में मजदूरी करतें है, अगर ऐसा ही था तो प्रबंधन ने उन्हें यहाँ बसने ही क्यों दिया,

यह सभी घर एक दिन में नही बना है, एक एक ईंट जोड़कर घर बनाने और गाँव बसने में वर्षो का समय लगा है, चिरेका प्रबंधन को तब ही रोक देना चाहिए था,

अब हमलोग कहा जायेंगे, पूरा कपूर बस्ती उजाड़ कर पार्टी कार्यालय को चिरेका प्रबंधन ने छोड़ दिया है।

वही मामलें को लेकर चित्तरंजन भाजपा अध्यक्ष शंकर तिवारी ने कहा चिरेका प्रबंधन भाजपा पार्टी कार्यालय को भी तोड़ने आए थे।

उन्होंने कहा चित्तरंजन रेल नगरी में कई तृणमूल कांग्रेस का कार्यालय है, पहले उस कार्यालय को तोड़िए फिर इस कार्यालय को भी तोड़ दीजिए,

उन्होंने कहा कि यहाँ जितने भी लोग है, उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना से घर मिला हुआ है, फिर भी यहाँ अवैध रूप से रह रहे थे, इसीलिए कार्यवाही की गई है, उन्होंने कहा कि इस अभी का ना तो समर्थन करते है, और ना ही विरोध।

वही मामलें को लेकर सालानपुर ब्लॉक तृणमूल कांग्रेस उपाध्यक्ष भोला सिंह ने चिरेका प्रबंधन पर अमानवीय होने का आरोप लगाया है,

उन्होंने कहा कि पूरा प्रबंधन भाजपा और मोदी की मानसिकता से ग्रसित है, इतनी ठंढ में सैकड़ों परिवार को बेघर करना बहुत बड़ा पाप है, उन्होंने कहा गरीबों की दुहाई देने वाला पार्टी भाजपा की पोल खुल चुकी है,

पूरे क्षेत्र को शमशान घाट बनाकर चिरेका प्रबंधन ने अपने मालिक की पार्टी कार्यालय को छोड़ दिया, उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की अवैध पार्टी कार्यालय के सवाल पर कहा कि चिरेका में कोई भी तृणमूल कांग्रेस कार्यलय अवैध नही है, सभी पार्टी कार्यालय अलॉटमेंट कर बनाया गया है।

वही चिरेका प्रबंधन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि आज सुबह क्षेत्र में अवैध 46 घरों को तोड़ा गया है। साथ ही भाजपा कार्यालय को नही तोड़े जाने के बिषय में चिरेका पीआरओ ने बताया कि उन्हें उक्त कार्यालय को तोड़ने की निर्देश नही मिली थी।

 

Last updated: दिसम्बर 19th, 2023 by Guljar Khan