राजस्थान की मुख्यमंत्री की बाड़मेर में 1 सितम्बर 2018 को हुई गौरव यात्रा में पुलिस द्वारा नागरिकों को हर घर में नोटिस देकर पाबंद करते हुए निर्देश दिया गया था, कि अपने-अपने घरों के छतों पर चढ़कर विरोध न करे तथा किसी मेहमान को घर न बुलाये. यह फरमान ब्रिटिश काल की याद दिला गया. शायद राज्य सरकार जनता से डर गई थी. वहाँ के लोगों का कहना था कि यदि वसुंधरा सरकार पाँच वर्ष सही से कार्य कर लेती तो यही जनता विरोध की बजाय सर आँखों पर बिठाती.
Last updated: सितम्बर 3rd, 2018 by