कोलकर्मियों के बोनस का इंतज़ार अब खत्म हुआ। 15 जून को रांची में हुई जेबीबीसीआई मानकीकरण समिति की बैठक में बोनस पर सहमति बन गयी। सभी मजदूर संगठनों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में उत्पादन आधारित पुरस्कार के तौर पर 68,500 रुपया गैर आधिकारिक श्रमिकों के लिए तय किया गया।
सभी श्रमिकों को 22 अक्टूबर या उससे पहले बोनस दे देने का निर्णय लिया गया। एस.सी.सी.एल के मामले में तारीख का निर्णय प्रबंधन पर छोड़ा गया है।
बैठक में चार केंद्रीय श्रमिक संगठन के प्रतिनिधि शामिल हुए। बीएमएस की ओर से डॉ० बी.के. राय, नरेंद्र कुमार सिंह, एचएमएस की ओर से नाथूलाल पांडेय, एस.के पांडेय, एटक की ओर से रामेंद्र कुमार एवं सीटू की ओर से डीडी रामानंदन इस बैठक में शामिल हुए।
कोयला श्रमिक अपना संघर्ष जारी रखेंगे – एस.के. पांडेय
एचएमएस के प0 बंगाल प्रदेश अध्यक्ष व जेबीबीसीआई सदस्य एसके पाण्डेय ने बताया कि इस कोरोना काल में कोलकर्मियों ने पूरी निष्ठा एवं मेहनत से अपना काम किया है जिससे देश की ऊर्जा जरूरतों पर तनिक भी आंच नहीं आयी। कोलकर्मियों ने कोल इंडिया के उत्पादन और मुनाफा को बढ़ाया है फिर सरकार कोल इंडिया के निजीकरण पर आमादा है। कोयला श्रमिक सरकार के इस प्रयास को रोकने के लिए अपना संघर्ष जारी रखेंगे।