गाँजा नहीं लाने पर बच्चे, उसके पिता को पीटा फिर थाने पर बमबाजी
दुर्गापुर क्षेत्र में कानून व्यवस्था की क्या हालत हो गयी है इसे बीते एक सप्ताह की घटनाओं से समझ सकते हैं। करीब पाँच दिन पहले ही दुरबपुर के बेनचीती बाजार में एक पुलिस अधिकारी की अवैध वसूली के आरोप में पिटाई की गयी। उसी दिन कादा रोड की यौनकर्मियों ने भी पुलिस की पिटाई कर दी और अब शुक्रवार की शाम पर बेनचीती के निकट ए जोन फाड़ी में बमबाजी की घटना सामने आई है।
दो परिवार के विवाद ने लिया बृहद रूप थाना पर हुयी बमबाजी। एक व्यक्ति के गिरफ्तारी के विरोध में थाना पर हुआ पथराव, बमबाजी। घटना दुर्गापुर के ए जोन प्रांतिका के निकट तालतला बस्ती की है।
शुक्रवार की शाम नोटू व शेख जहाँगीर नाम के दो युवक ने मुहल्ले के एक बच्चे को गाँजा लाने के लिए कहा । जब बच्चे ने इंकार कर दिया तो दोनों ने बच्चे की पिटाई कर दी। बच्चे के परिवार द्वारा ए जोन फांड़ी में शिकायत दर्ज कराई गयी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जब वे थाने से शिकायत करके लौट रहे थे तो दोनों आरोपियों ने परिजनों के साथ मार-पीट की। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस वहाँ पहुँची और नोटू को गिरफ्तार कर लिया ।
इस गिरफ्तारी के विरोध में नोटू के परिजनों ने फांड़ी को घेर लिया एवं पथराव करने लगे । वे नोटू को रिहा करने की मांग कर रहे थे । पुलिस ने किसी तरह स्थिति को संभाला और लोगों को वहाँ से भगाया । घटना के कुछ देर बाद वे लोग वापस आए और पुलिस की गाड़ी में तोड़-फोड़ करने लगे । मामले को बढ़ता देख डीसीपी अभिषेक मोदी रैफ के साथ पहुँचे और लाठीचार्ज शुरू कर दिया। इसी दौरान भीड़ में से किसी ने बमबाजी शुरू कर दी जिसमें तीन पुलिसकर्मी सहित दस लोग घायल हो गए। पुलिस अभी तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
थाना पर बम फेंकना कोई सामान्य बात नहीं है। यह इलाके में अपराधियों के बढ़ते मनोबल को बताता है। लेकिन यह मनोबल तो रातों-रात बढ़ा नहीं कि थाना पर बम फेंकने का साहस हो गया। कोयलाञ्चल क्षेत्र में बहुत आसानी से उपलब्ध गाँजा और गली-गली में बिकते शराब भी पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हैं।
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