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बोकारो पुलिस ने 16 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया

धनबाद – बोकारो पुलिस की टीम ने गुप्त सुचना के आधार पर साइबर अपराधियों के एक गिरोह को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है ये साइबर अपराधी भोले-भाले लोगों को सरकारी लोन दिलाने के नाम पर उनकी कमाई झटके में उड़ा लेते थे, जबकि पुलिस ने 16 आरोपियों को अरेस्ट किया है। बोकारो सेक्टर – 12 की पुलिस ने सभी को पकड़ा है थानेदार को गुप्त सुचना मिली थी कि बारी कॉपरेटिव में कुछ संदिग्ध लोग एक किराये के मकान में रह रहे हैं। और यहां से साइबर क्राइम को अंजाम दे रहे हैं। थानेदार की ओर से यह जानकारी अपने आला अधिकारियों को दी गई तत्पश्चात एक टीम गठित कर छापेमारी की गई। और बारी कॉपरेटिव प्लॉट नंबर 119 से 5 लोगों को धरा गया। वहीं, मनमोहन कॉपरेटिव कॉलोनी के प्लॉट नंबर 647 से 11 लोग धराये।वहीँ गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने साइबर फ्रॉड से जुड़े कई दस्तावेज जब्त किये जिसमें 45 पीस मोबाइल फोन, 13 पीस स्पेयर सिम कार्ड, करीब 1300 पीस कूपन कार्ड, तीन हजार पीस विनर लेटर, 300 पीस विनर कार्ड और लेटर भरा लिफाफा, 250 पीस पोस्टल बारकोड, रबर स्टांप और मुहर पैड, 500 पेज कस्टमर डिटेल्स की कॉपी और नकली नोट की भी जब्ती की गई वहीँ गिरफ़्तारी के बाद सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया,वहीँ गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को कि गिरोह का सरगना कोई सुमित नाम का आदमी है और वो पटना में रहता है और वहीं से पूरे गिरोह को ऑपरेट भी करता है।काम करने के तरीके के बारे में आरोपियों ने बतलाया कि वे लोग प्रधानमंत्री मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर सोशल मीडिया पर अपना प्रचार पोस्ट करते हैं। और उस प्रचार को देखकर जो लोग उनके झांसे में आ जाते हैं, उनसे प्रोसेसिंग फी के नाम पर मोटी रकम वसूल करते हैं। ऑनलाइन खरीदारी करने वाले लोग भी उनके टारगेट में रहते हैं। उनका डाटा हासिल कर ये लोग उन्हें लॉटरी जीतने का झांसा देते हैं। उनके पते पर कुरियर के जरिये विनर लेटर और कूपन भेजते हैं। जिसमें हेल्पलाइन नंबर और कूपन में स्क्रैच करने पर बार कोड मिलता है। जब कस्टमर हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करते हैं, जो इनके पास लग जाता है और फिर ये लोग बड़ी आसानी से ग्राहकों का पैसा उनके खाते से उड़ा लेते थे और इस तरह गिफ्ट का लालच देकर ये साइबर अपराधी फ़्रॉड करते थे और आम भोले भाले लोग इनके झाँसे में पड़कर अपने जीवन की गाढ़ी कमाई इनके हवाले कर देते थे अब ये शातिर साइबर अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गए है किन्तु इनलोगों का मुख्य सरगना अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है और पुलिस इनलोगों की निशांदेही को आधार मानकर मुख्य साइबर अपराधी को गिरफ्तार करें तभी यह क्राइम आगे रुक पाएगी,

Last updated: जनवरी 16th, 2024 by Arun Kumar