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अवैध बालू रोकने गए बीएलआरओ की पिटाई

अवैध बालू रोकने गए बीएलआरओ सहित 4 कर्मी की पिटाई बालू माफिया द्वारा

दुर्गापुर: बालू माफियाओं का साहस दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है कभी पत्रकारों पर प्रहार करते हैं तो कभी बीडीओ को तो कभी बीएलआरओ को। यह सिलसिला चलता रहा है। कुछ दिन पहले दुर्गापुर के श्यामपुर नाडिया में दो पत्रकारों पर हमला किया गया था। कुछ महीना पहले ही काकंसा में बीडीओ पर हमला हुआ था।

बालू माफियाओं के साथ पुलिस की है मिली भगत

अस्पताल में भर्ती घायल बीएलआरओ

स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर आक्रोश है कि बालू माफिया पुलिस प्रशासन के साथ मिले हुए हैं इसलिए उन लोगों पर हमला नहीं होती है बाकी जो लोग भी जाते हैं बोलने के लिए उन सब पर हमला बालू माफिया द्वारा हमला किया जाता है ।

बुधवार की सुबह को काकंसा वन काठी के कहानियां ग्राम में अवैध बालू घाट से बालू निकाला जा रहा था जिसकी सूचना इलाके के बीएलआरओ को मिली थी और बीएलआरओ सिद्धार्थ मजूमदार अपने अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। गाड़ी के रुकते ही बालू माफियाओं ने उन्हें घेर लिया और जमकर पिटाई कर दी । वे लोग वहाँ से जान बचाकर भागते हुए वन काठी पंचायत में आकर आश्रय लिया । वहां से पुलिस उन लोगों को उद्धार कर ले गई। पुलिस सब कुछ जानते हुए भी घटनास्थल पर नहीं पहुंची । इलाके के लोगों का कहना है कि बालू माफिया के साथ पुलिस मिली हुई है। पुलिस के बल पर ही यह लोग कारोबार धड़ल्ले से चला रहे हैं।

हर गाड़ी में 400 रुपया थाना को जाता है, नेता को भी चढ़ावा जाता है

स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके से 300 से अधिक गाड़ियां अवैध बालू ले कर जाती है प्रत्येक गाड़ी के पीछे चार सौ रुपया पुलिस को मिलता है । इसके अलावा इलाके के तृणमूल नेता के पास भी जाता है इसलिए वह लोग भी चुपचाप बैठे हुए हैं। जब बालू माफिया पर करवाई होती है तो 3 दिन बंद रहता है उसके बाद फिर चालू हो जाता है। पुलिस सब कुछ जानती है फिर भी अनजान बनी रहती हैं।

Last updated: दिसम्बर 27th, 2017 by Durgapur Correspondent