चौपारण प्रखंड के सभी गांव में ईद-उल-फितर की नमाज सादगी से अदा की गई। प्रखंड के सभी गांव में ईद-उल-फितर की नमाज का समय अलग-अलग रहा, पर भाईचारगी, खुशी से गला मिलकर लोगो ने दिलो को एक बनाया। ईद-उल-फितर की नमाज प्रत्येक गांव में ईदगाह में अदा की गई। लोग चांद का दीदार करने के बाद अपने-अपने मुहल्ले गलियों को सजाने में जुट गए। फजर का अजान होते ही लोग नए-नए कपड़े पहन कर ईदगाह के जानिब रुख किया। ईदगाह में नमाज मुकम्मल होते ही लोग एक दूसरे के गले लगकर मुबारकबाद दिया। कहा जाता है ईद के दिन लोग पुरानी से पुरानी दुश्मनी भुलाकर एक दूसरे से गले मिलकर सारे गिले-शिकवे दूर कर लेते हैं क्योंकि इस्लाम में कहा गया है कि अगर कोई बंदा अगर अपने दिल में किसी ओर के लिए कोई किना, गीला सिकवा या दुश्मनी का भाव अपने दिल में रखता है या अपने मां बाप को नाराज रखता है, तो उसकी नमाज जायज नहीं होगी।
प्रखण्ड के इन क्षेत्रों में अता की गई ईद की नमाज
प्रखण्ड के चयकला के दरगाह परिसर के ईदगाह मैदान, काजी मुहल्ले की मस्जिद हाशमी जामा मस्जिद महराजगंज, जामुन चक के रजा मस्जिद, गौसिया मस्जिद भदेल, अमरौल, परसावां, चौपारण, केशठ, कमलवार, महूदी, बेला, रूपिन, रामचक, तेतरिया , बसरिया, प्रतापुर, दर्जी चक, केवला, चक मालिकाना, कोइली, दनुवा में स्थित लगभग डेढ़ दर्जन से मस्जिदों में बड़ी संख्या में मुस्लिम धर्मलवम्बियों ने नमाज अता की।