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अंडाल के बहुत पुराने सक्रिय भाजपा नेता ने थामा तृणमूल कॉंग्रेस का झण्डा

उत्तर बाजार, अंडाल में भाजपा के एक बूथ प्रेसिडेंट गोपाल गोस्वामी ने तृणमूल का झण्डा थामकर भाजपा खेमे को सकते में डाल दिया है । तृणमूल इसे अपनी बड़ी जीत बता रही है । अंडाल उत्तर बाजार तृणमूल शाखा सचिव तारा प्रसाद मुखर्जी, अंडाल ब्लॉक कार्यकारी अध्यक्ष शशि चौबे, रानीगंज विधानसभा पर्यवेक्षक मानसी तिवारी, जिला परिषद को मेंटर कांचन मित्रा की उपस्थिति में उत्तर बाजार तृणमूल कार्यालय में गोपाल गोस्वामी ने तृणमूल का झण्डा थाम कर तृणमूल में पदार्पण किया ।

गोपाल गोस्वामी ने कहा कि वो अब तृणमूल के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करेंगे । वे रानीगंज विधानसभा के अंडाल उत्तर बाजार स्थित  संख्या 244 के भाजपा बूथ प्रेसिडेंट थे । पिछले विधानसभा चुनाव में उत्तर बाजार के बूथों ने बिना किसी जमीनी कार्यकर्ता और प्रचार-प्रसार के तृणमूल को बुरी तरह हराया था ।

तृणमूल नेताओं ने जताई खुशी

रानीगंज विधानसभा पर्यवेक्षक मानसी तिवारी ने कहा कि मुख्य मंत्री ममता बनर्जी द्वारा किए जा रहे कार्यों से लोग खुश हैं और तृणमूल में शामिल हो रहे हैं । अंडाल ब्लॉक कार्यकारी अध्यक्ष शशि चौबे ने कहा कि इस कोरोना काल में एक तरफ जहाँ भाजपा सांसद अपने घर में दुबके हुये हैं तो दूसरी तरफ तृणमूल के नेता, विधायक जनता की सेवा में लगे हुये हैं । मुख्य मंत्री जिस प्रकार सड़क पर उतर कर लोगों के लिए काम करती रही उससे राज्य की जनता खुश हैं और तृणमूल कॉंग्रेस को आशीर्वाद दे रही है । बड़ी संख्या में भाजपा नेता-कर्मी तृणमूल में शामिल हो रहे हैं ।

मामले में एक पेंच भी है

इसमें कोई संदेह नहीं कि गोपाल गोस्वामी भाजपा के बहुत पुराने नेता हैं । जब से अंडाल में भाजपा है तब से ही वे भाजपा के सक्रिय कर्मी हैं । लेकिन जिस समय गोपाल गोस्वामी ने तृणमूल का दामन थामा वो कुछ और ही इशारा करता है ।

गोपाल गोस्वामी उत्तर बाजार अंडाल के फूटपाथ पर दुकान लगाते हैं। फूटपाथ से उनकी दुकान हटाने के लिए उनपर कई बार कई प्रकार का दबाव डाला गया । पूर्ववर्ती वाम सरकार में भी उनकी दुकान हटाने के कई प्रयास किए गए । उनके दुकान के स्थान पर कूड़ेदान बना दिया, लेकिन वे अड़े रहे और कूड़ेदान से सटाकर फिर अपनी दुकान लगा ली ।

सत्ता परिवर्तन के बाद भी कई प्रकार के दबावों को झेलते हुये भाजपा में बने रहे है । हालांकि इस बीच वे अक्सर शिकायत करते थे कि आज तक कोई भाजपा नेता उनके समर्थन में खड़ा नहीं हुआ ।

वर्षों पुराने पत्थरों की सड़क को उखाड़ता हुआ जेसीबी मशीन

गुरुवार 11 मार्च को एकबार फिर उनकी दुकान पर खतरा मंडराने लगा क्योंकि उत्तर बाजार में सड़क निर्माण के लिए वर्षों पुराने पत्थरों की सड़क को उखाड़ना शुरू किया गया । मामलों के जानकार बता रहे हैं कि अपनी दुकान बचाने के लिए ही गोपाल गोस्वामी ने तृणमूल का दामन थामा है ।

अब दुकान बचाने के लिए ही उन्होंने तृणमूल का दामन थामा है या सच में हृदय परिवर्तन हुआ है ये तो वही जानें लेकिन इतना तो स्पष्ट हैं कि वे काफी दिनों से अपने स्थानीय भाजपा नेताओं से नाराज चल रहे थे साथ ही अपनी दुकान के लिए  चिंतित भी थे ।

Last updated: जून 12th, 2020 by News-Desk Andal