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भाजपा, कॉंग्रेस, जेएमएम, आजसु, जमसं के समर्थकों को रोजगार दिलाने के नाम पर जम कर हो रही राजनीति

लोयाबाद । बासुदेवपुर कोलियरी कोल डंप पर असंगठित मजदूरों को रोजगार दिलाने के नाम पर राजनीति शुरू हो गई है। विधायक ढुल्लु महतो पूर्व विधायक जलेश्वर महतो भाजपा नेत्री रागिनी सिंह आजसु नेता मंटू महतो तथा झामुमो नेता रतिलाल टुडू के समर्थकों के द्वारा शक्ति प्रदर्शन किया गया हालांकि इसे कोल डंप पर वर्चस्व कायम करने से जोड़ कर देखा जा रहा है। तमाम पार्टियों के समर्थकों की जुटान से स्थिति तनावपूर्ण बन गई । पुलिस की मुस्तैदी के कारण कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। डंप पुलिस छावनी में तब्दील है । सभी पार्टियों के समर्थक डटे हुए हैं।


थानेदार चुन्नु मुर्मू ने शाम को थाने में सभी पार्टी प्रतिनिधियों को वार्ता के लिए बुलाया है। सभी पार्टियों में स्थानीय कम बाहर से आए अधिक लोग शामिल थे। मात्र पचास हजार टन कोयले की लोडिंग में असंगठित मजदूरों को रोजगार दिलाने के नाम पर जमकर राजनीति चल रही है।

यह है मामला

श्री बाला जी कोल कंपनी को चौबीस हजार टन तथा आनंद कारबो प्रालि को छब्बीस हजार टन लिंकेज कोयले का आवंटन मिला है। राम रहीम को बाला जी के चौबीस हजार टन तथा आनंद कारबो का छब्बीस हजार टन कोयले की लिफ्टिंग का काम आजसु नेता मंटू महतो के समर्थकों को मिला है। शुक्रवार को लोगों को बाला जी का कोयला लोड लेने के लिए हाईवा डंप में आने की जानकारी होते ही तमाम पार्टियों के समर्थक डंप के पास जुटे और मजदूरों को रोजगार देने की मांग करने लगे। अपनी मांगों के समर्थन में लोगों के द्वारा नारेबाजी की गई। जमसं (कुंती गुट) गुरुवार से ही कोयले की ट्रांस्पोर्टिंग रोक कर रखा हुआ है। विधायक समर्थकों ने जुलूस की शक्ल में कोलियरी कार्यालय के पास पहुँच कर प्रदर्शन किया। पुलिस के द्वारा काफी समझाने बुझाने के बाद विधायक समर्थक लौट गये। आजसु व झामुमो समर्थक सड़क के किनारे डटे थे कॉंग्रेस समर्थकों ने बाईक जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया।

ढुल्लू और रागनी समर्थक भिड़ने से बचे

विधायक ढुल्लु महतो व भाजपा नेत्री रागिनी सिंह समर्थक भिडते भिडते बचे । विधायक ढुल्लु महतो समर्थक जुलूस की शक्ल में कोल डंप होते हुए कोलियरी कार्यालय के समक्ष जाने के दौरान रागिनी सिंह समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। देखते ही देखते दोनों तरफ से नारेबाजी शुरू हो गई। जिससे स्थिति तनावपूर्ण बन गई। थानेदार चुन्नु मुर्मू और पुलिस बल के जवानों की तत्परता के कारण कोई घटना नहीं घटी।

मजदूरों के 22 दंगल को ही काम मिले-दिनेश


असंगठित मजदूर संघ (दिनेश गुट) के संरक्षक दिनेश रवानी ने कहा कहा कि 15 सालों के बाद इस कोलियरी में रोजगार आया है। 22 दंगल के ही तमाम मजदूरों को रोजगार दिया जाय। इस डंप के मजदूरों को छोड़कर बाहरी लोगों को काम दिया गया तो कड़ा विरोध किया जायेगा।

डंप में सरदारी प्रथा खत्म कर दी जाय:-शंकर

असंगठित मजदूर संघ के (शंकर गुट) के सचिव शंकर केसरी ने कहा जब मैनुअल लोडिंग खत्म कर दी गई हो तो सरदारी प्रथा भी बंद हो जानी चाहिए। पीकिंग ब्रेकिंग का मजदूरी मजदूरों के हाथ में मिले। कुछ लोगों के द्वारा मजदूरों के अधिकार को बेच दिया गया है।

Last updated: जनवरी 22nd, 2021 by Pappu Ahmad