लोयाबाद सरकारी गाइडलाइंस का पालन करते हुए मोहम्मद साहब का जन्म दिन ईद मिलादुन्नबी मंगलवार को सादगी के साथ मनाया गया। मुस्लिम कमिटी की बैठक में जुलूस नहीं निकालने का निर्णय लिया गया था। मुस्लिम मोहल्ले को सजाया गया तथा निशान खड़े किए गए। सुबह में लोग नमाज पढ़ने के बाद अपने अपने घरों में कुरान की तिलावत करनी शुरू कर दी। फातिहा खानी कराई ।अजीज साह बाबा के मजार शरीफ,लोयाबाद जामा मस्जिद लोयाबाद सात नंबर लोयाबाद पावर हाउस कोक प्लांट निचितपूर के मस्जिदों में कुरानखानी व मिलाद शरीफ का आयोजन किया गया।
सबसे बड़ा जश्न है मिलादुन्नबी: मौलाना कलाम
लोयाबाद पावर हाउस मस्जिद के इमाम मौलाना अबुल कलाम खान सहित अन्य उलेमाओं ने नबी करीम (स) की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए नबी के द्वारा दुनिया को दिया गया एकता समरसता व भाईचारे के पैगाम को बताया। यह त्यौहार इस्लामी तारीख 12 रबी अल-अव्वल को मनाया जाता है। मिलादुन्नबी संसार का सबसे बड़ा जशन माना जाता है। उन्होंने कहा कि पैगम्बरे-इस्लाम हजरत मोहम्मद( स) धार्मिक सहिष्णुता के प्रतीक और सौहार्द के संदेशवाहक थे। इंसानियत के तरफदार और परस्पर प्यार के पैरोकार थे, इसलिए उन्होंने मोहब्बत का पैगाम दिया तथा बुग्ज (कपट) और गीबत (चुगली) से सख्त परहेज करने की हिदायत दी।