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श्रावणी माह में 40 लाख व भादो में 20 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना , वीआईपी पास जारी नहीं होंगे

राजकीय श्रावणी मेला, 2019 के सफल संचालन के लिए सुल्तानगंज से देवघर तक श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधा व सुरक्षा के पुख्ता व्यवस्था मिले तथा दोनों राज्यों के बीच कैसे को-ओर्डिनेशन मजबूत हो, इसके लिए झारखण्ड एवं बिहार इंटर स्टेट को-ओर्डिनेशन की बैठक देवघर परिषदन में आयोजित की गई।

संथाल परगना के सभी अधिकारियों ने की बैठक

बैठक में संथाल परगना आयुक्त विमल कुमार , भागलपुर आयुक्त वन्दना किनी, डीआईजी भागलपुर व मुंगेर विकास वैभव, डीआईजी संथाल परगना आर के लकड़ा, जिलाधिकारी, भागलपुर प्रणव कुमार, जिलाधिकारी, मुंगेर राजेश मीना, जिलाधिकारी, बांका कुन्दन कुमार एवं उपायुक्त दुमका राजेश्वरी बी, देवघर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के अलावे भागलपुर एसएसपी आशीष भारती, मुंगेर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार, जमुई पुलिस अधीक्षक जग्गुनाथ रेडडी, पुलिस अधीक्षक, दुमका वाई बी रमेश, पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र कुमर सिंह, भागलपुर, बांका एवं जमुई के संबंधित विभाग के विभिन्न आलाधिकारी आदि उपस्थित थे। उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा द्वारा मौके पर उपस्थित सभी आलाधिकारियों का स्वागत करते हुए बैठक की कार्यवाही प्रारंभ की गयी।

श्रावणी मेला पर श्रद्धालुओं को बेहतर सुरक्षा-सुविधा एवं तैयारियों का जायजा लेने के लिए हुई बैठक

बैठक की शुरूआत करते हुए संथाल परगना आयुक्त विमल कुमार द्वारा बताया गया कि बैठक का मुख्य उद्देश्य श्रावणी मेला के सफल संचालन को लेकर विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा करना है, ताकि सुल्तानगंज से जल भरने के पश्चात श्रद्धालुओं द्वारा जिन-जिन स्थानों से होकर पैदल यात्रा की जाय, वहाँ श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा उपलब्ध करायी जा सके। इसके लिए कांवरिया मार्ग में पड़ने वाले सभी जिलों द्वारा आपसी समन्वय स्थापित कर व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाय, ताकि श्रद्धालु सुगमतापूर्वक जलार्पण कर पायें और उन्हें किसी प्रकार की कठिनाईयों का सामना न करना पड़े।

पूरे मेला क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं से लैस कई होल्डिंग प्वाइंट बनाये गये हैं, थकान मिटाने के लिए सावर सिस्टम

आगन्तुक सभी श्रद्धालुओं के भीड़ को नियंत्रित करने हेतु पूरे मेला क्षेत्र में कई होल्डिंग प्वाइंट बनाये गये हैं, जहाँ सभी मूलभूत सुविधाएँ यथा-बिजली, पंखा, शौचालय, मोबाईल चार्जिंग, स्वास्थ्य सुविधा, स्नानागार व पेयजल सुविधा आदि होंगी। इसके अलावा पूर्व की तरह गर्मी को देखते हुए होल्डिंग प्वाइंट में मिस्ट शाॅवर सिस्टम की भी व्यवस्था की जायेगी, जिसके माध्यम से श्रद्धालुओं को गर्मी व थकान से निजात मिलेगी।

अत्याधुनिक सूचना तकनीक का इस्तेमाल होगा

पिछले वर्ष की तुलना में इस बार सूचना तकनीकी को और भी सुदृढ़ किया जायेगा। आधुनिक सूचना तकनीकी व्हाट्स एप्प में अधिक से अधिक दोनों राज्यो के अधिकारियों को जोड़ा जायेगा, ताकि सूचना मिलते ही त्वरित कार्यवाही की जा सके। वहीं हाॅटलाईन से चैबिसों घंटे दोनों राज्य के आलाधिकारी जुड़े रहेंगे। इसके अलावे सीमावर्ती इलाकों में वायरलेस सिस्टम को और भी दुरूस्त किया जायेगा और वायरलेस की फ्रिक्वेंसी भी इन इलाकों में बढ़ाई जायेगी।

वीआईपी पास जारी नहीं होंगे, रविवार-सोमवार को शीघ्र दर्शनम की सुविधा बंद रहेगी

सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से सुल्तानगंज , बांका जिला के इनारावरण एवं सुईया में कुल तीन अस्थाई पुलिस चौकी बनायी जाएगी । मेले के दौरान वीआइपी पास की सुविधा नहीं मिलेगी. लेकिन शीघ्र दर्शनम की सुविधा यथावत रहेगी. अत्यधिक भीड़ का दबाव रहने के कारण रविवार-सोमवार को शीघ्र दर्शनम की सुविधा नहीं दी जायेगी।

सभी आलाधिकारियों को निदेशित किया कि मेला के दौरान सोशल मीडिया पर भी विशेष ध्यान रखा जाय, ताकि किसी प्रकार की अफवाहों पर तुरंत पूर्णविराम लगाया जा सके।

मांस-मदिरा की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध

उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा द्वारा जानकारी दी गयी कि राजकीय श्रावणी मेला के दौरान पूर्व की भाँति इस वर्ष भी मांस-मदिरा की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी। लगभग श्रावणी माह में 40 लाख व भादो में 20 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सभी का सहयोग पूर्व की तरह मिलता रहे तो मेला के सफल संचालन में काफी सुविधा होगी।

बैठक के दौरान विभिन्न बिन्दुओं के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था पर भी विस्तृत चर्चा की गयी। साथ ही दोनों राज्यों में सुल्तानगंज से देवघर और सभी कांवरिया पथ पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जायेंगें। इसके अलावे देवघर की सारी व्यवस्थाओं से जुड़े बैनर-पोस्टर जमुई, बांका, मुंगेर, भागलपुर एवं सुल्तानगंज के कावरिया रूट में लगाये जायेंगें। इसके अलावे दोनों राज्यों के संबंधित अधिकारी चैबिसों घंटे सम्पर्क में रहेंगें।

Last updated: जुलाई 8th, 2019 by Ram Jha