ईसीएल की लापरवाही से रानीगंज में हुआ भू-धंसान
धंसान से लोगों में दहशत
रानीगंज -रानीगंज थाना के इटली पाड़ा महावीर कोलियरी एवं राजबारी सियारसोल को जोड़ने वाली मार्ग में सोमवार को धंसान हो गया. जिसे देख अंचल के लोग दहशत में आ गए. स्थानीय वाशिंदों में रीबू बाउरी ने बताया कि वैसे तो कल शाम को ही धंसान और दरार की सूचना हम लोगों को मिली थी. लेकिन कल से इस इलाके में दरार बढ़ते ही जा रहा है और आसपास के कई इलाके में भू-धंसान भी देखने को मिल रही है. इस घटना की खबर जल प्रबंधन को दी गई है और यह क्षेत्र ईसीएल के कुनुस्तोड़ीया एरिया के अंतर्गत आता है, लेकिन अभी तक ईसीएल की ओर से किसी भी प्रकार की कार्यवाही शुरू नहीं कि गई है. ईसीएल सूत्रों का कहना है इस क्षेत्र में मिट्टी की भरपाई कर दी गई थी लेकिन अवैध खनन की वजह से इस क्षेत्र में ऐसी घटनाएं होती रहती है, हालांकि स्थानीय लोगों का मानना है कि ईसीएल की लापरवाही कि वजह से ही यह घटना घटी है. क्योंकि ईसीएल प्रबंधन इस क्षेत्र में मिट्टी की भरपाई सही तरीके से नहीं कि है.
अवैध कोयले का खनन जोर-शोर से चलता रहा
इस अंचल के खान विशेषज्ञ सह पूर्व अधिकारी ओपी केडिया ने बताया कि ऐसे भू-धंसान की घटनाओं का कारण कई है, प्रथम चरण में इस क्षेत्र में तेज आवाज गति से निधि मालिक कोयले का उत्खनन किया था और उसे आनन-फानन में छोड़ दी गई थी. इसके बाद जब ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के अधीन यह क्षेत्र आ गया. उसके बाद से ईसीएल क्षेत्र में उत्पादन करती रही लेकिन इस इलाके का बहुत अंचल है जहाँ कोयले का उत्पादन नहीं हुआ. उस क्षेत्र में अवैध कोयले का खनन जोर-शोर से चलती रही. सर्वेक्षण में देखा गया है कि रानीगंज के पश्चिम इलाका अर्थात महावीर एवं शासन इलाका पूरी तरह से भू धंसान प्रभावित इलाका है, यह कोई नई बात नहीं है इस पर भू-धंसान प्रभावित इलाके को सुरक्षित करने के लिए कोल इंडिया कि ओर से भी कई दफा कदम उठाया गया. लेकिन इस पर किसी प्रकार से काम नहीं किया गया. क्या हुआ यह सब अंधेरे में है. यह दृश्य आज महावीर कोलियरी और राजबारी इलाके में देखने को मिलती है. आने वाले दिन में शहरी इलाकों में भी देखने को मिलेगी. क्योंकि यह स्थिति आज भी बनी हुई है. बहरहाल आज के इस इंसान ने फिर से एक बार रानीगंज अंचल वासियों को सकते में ला दिया है.
सीएम-पीएम को भेजा गया ज्ञापन
बीजेपी के प्रवक्ता मदन त्रिवेदी ने कहा कि रानीगंज के महावीर कोलियरी की घटना आज भले ही नजर में आई है लेकिन जिस रूप से इस अंचल में अवैध कोयले का खनन जारी है, रानीगंज का और भी कई हिस्सा भू-धंसान के चपेट में सीधे तौर पर आने वाली है. इसके लिए हम लोगों ने लिखित रूप से पुलिस-प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को भी आंदोलन के माध्यम से अवैध खनन के विरोध में ज्ञापन भेजा है.
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