लोक गीत परंपरा को बचाया रखने का प्रयास है: भोजपुरी व लोक गीत गायिका मनीषा श्रीवास्तव
दुर्गापुर:दुर्गापुर के बेनाचिती सुभाष पल्ली धर्मा तालाब में छठ पूजा के अवसर पर लोगों को भोजपूरी व लोक गीत से मनोरंजन करने पहुंची मुम्बई के गायिका मनीषा श्रीवास्तव ने एक भेट मुलाकात में कही कि आज के युग में लोक गीत लुप्त होती जा रही है उसके बदले में आज के युवा वर्ग भोजपुरी के अश्लील गीतों अधिक पसंद कर रहे है लेकिन उनका प्रयास है कि लोक गीत को ऊपर उठाने का प्रयास किया जाये ।उन्होंने कहा कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ को लेकर गीत की रचना करते हुए उन्होंने गीत को गाया है पूर्वी गीत में बैरिया कैसे गोहार बको लेला को भी रचना कर गाया गया ।
दादा के आशीर्वाद और प्रेरणा से पायी मुकाम
उन्होंने बताया कि उनके गुरु उनके दादा स्वर्गीय ललीत प्रसाद श्रीवास्तव है जो चार वर्ष के उम्र से उन्हें संगीत के लिए प्रशिक्षण दिया । मौजूद समय में जो भी मुकाम हासिल कर रही है उनके दादा का आर्शिवाद है । उनका प्रेरणा भोजपुरी गायिका सारदा सिंह है उनसे अनेक चीज सिखने को मिल रही है । आने वाले दिनों में तीन टेलीफिल्म में गाने गाने का मौका मिला है और भविष्य में यादि किसी भोजपुरी फिल्म में गाने का मौका मिला तो अश्लीलता गानों से परहेज रहेगा ।