भारतीय सेना की अति महत्वकांक्षी भर्ती योजना अग्निवीर को लेकर आज पुरे धनबाद क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन पुलिस प्रशासन मौके पर मौजूद
Arun Kumar
झरिया । केंद्र सरकार की सेना भर्ती योजना अग्निपथ को लेकर दो दिनों से देश के कई राज्यों के युवा विरोध प्रदर्शन कर रही है। देश मे अग्निपथ योजना अपने नाम के अनुरूप अग्निपथ का रूप ले चुका है, जगह जगह इस योजना के विरोध में युवाओ द्वारा उग्र प्रदर्शन किया जा रहा है। वही आज इस विरोध की आग में धनबाद के युवा भी शामिल हो गया, जिसकी शुरुआत शुक्रवार के अहले सुबह डिगवाडीह स्टेडियम गेट से बहाली को लेकर अभ्यास करने वाले युवाओं के द्वारा किया गया। सुबह से ही भारी संख्या में युवा स्वतः डिगवाडीह स्टेडियम गेट पहुँचने लगे, उसके बाद सड़क पर उतरकर केंद्र सरकार की सेना भर्ती योजना अग्निपथ के विरोध में झरिया-धनबाद-सिंदरी मुख्य मार्ग को घंटो जाम रखा। इस दौरान सड़क पर टायर जलाकर तथा पुतला दहन कर केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी की गई। सभी युवाओं के हाथ में तिरंगा झंडा लेकर भारत माता की जय, इंकलाब जिंदाबाद के नारों के साथ केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। इसके बाद युवाओं का दल डीगवाडीह से धनबाद की ओर रवाना हुआ। सभी हाथो में तख्तियाँ लिए हुए था, जिसमे केंद्र सरकार के विरोध में नारे लिखे हुए थे। डिगवाडीह से जैसे-जैसे हुजूम आगे बढ़ता गया काफिले में युवाओं की संख्या बढ़ती गई। जैसे ही काफिला जोड़ापोखर थाने के समक्ष पहुँचा युवा रुककर काफी देर तक नारेबाजी करते रहे। युवाओं में इस योजना के खिलाफ इतना आक्रोश भरा हुआ था, की वे जगह जगह सड़को पर लेटकर अपना विरोध जाता रहे थे। इसके बाद युवाओं का हुजूम इंदिरा चौक, झरिया थाना होते हुए कतरास मोड़ स्थित सूर्यदेव चौक के पास पहुँचकर करीब आधा घंटा तक रोड जाम कर विरोध-प्रदर्शन किया। कतरास मोड़ से नारेबाजी करते हुए पैदल धनबाद रेलवे स्टेशन की ओर रवाना हुए। विरोध में शामिल युवाओं का कहना है कि सरकार सेना बहाली की पुरानी प्रक्रिया लागू करे। अग्निपथ योजना के मुताबिक सेवा की अवधि चार साल रखी गई है। इसके बाद हमारा क्या होगा। इसको लेकर हम युवा सड़क पर उतर कर विरोध कर रहे हैं। हम सभी केंद्र सरकार सेना बहाली के लिए लंबे समय से तैयारी कर रहे है। केंद्र की मोदी सरकार देश के युवाओ के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश कर रही है, जिसे बर्दाशत नहीं किया जायेगा। सरकार ने देश के करोड़ो छात्र एवं बेरोजगारों को निशाना बनाया है, जो देश की सेवा के लिए आर्मी में जाने के लिए दिन रात कड़ी मेहनत करते हैं।