रानीगंज । पंडित श्रीकांत मिश्रा एवं विद्या भूषण पाठक के द्वारा भागवत गीता का पाठ का आयोजन गया । पंडित श्रीकांत मिश्रा ने कहा कि भागवत गीता का सारांश यथार्थ रूप से समझने में जो व्यक्ति सक्षम होता है वह परम सत्य का अनुभव कर, राग बंधन की भ्रांति व संसार के दुःखों में से मुक्त हो सकता है ।
गीता में जीवन का सार है। भारतीय संस्कृति में गीता का स्थान सर्वोच्च है। गीत रूपी ज्ञान गंगोत्री में स्नान कर अज्ञानी सदज्ञान को प्राप्त करता है।
इस मौके पर मंदिर के प्रमुख पवन पुरोहित ने कहा कि वैश्विक महामारी के संकट काल को दूर करने के लिए मंदिर में भागवत गीता का पाठ का आयोजन किया गया है, जिसमें सभी भक्त मिलकर इस महामारी से मुक्ति की प्रार्थना ईश्वर से कर रहे हैं, भागवत गीता पाठ में सहयोगी के रूप में पंडित देव प्रकाश पाठक एवं राहुल मिश्रा भी सहयोग कर रहे हैं ।