आज शनिवार को शहीद-ए भगत सिंह की शहादत दिवस पर जनवादी संगठन एवं राहुल अध्ययन केंद्र द्वारा शहादत दिवस मनाया गया ।
सुबह 7:30 बजे भगत सिंह चौक स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जनवादी चिंतक धनंजय प्रसाद ने संबोधित किया । इसके अलावे सुरेश गुप्ता, दिलीप यादव, अरशद मधुपुरी, पंकज तिवारी, दीपक मिश्रा, अरुण निर्झर, मोहम्मद असलम, सुमन चौधरी ,राजू चौधरी सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे ।
राहुल अध्ययन केंद्र में विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए धनंजय प्रसाद ने कहा कि मौजूदा समय अब तक का सबसे कठिन समय है । क्रूर और सबसे अधिक हिंसा भी जहाँ सिर्फ चुनौतियाँ ही चुनौतियाँ हैं । इंसान और इंसानियत पर आज सबसे ज्यादा खतरा है । अमीर और गरीब के बीच दूरी बढ़ती जा रही है । अमीर तेजी से अमीर बन रहा है और गरीब तेजी से गरीब । आज भी आम आदमी फटे हाल बेहाल और जरूरतों के लिए मुहाल है।
उन्होंने कहा भगत सिंह जिन शक्तियों के विरोध में लड़ाई लड़ते हुए शहीद हुए वह आज भी फन उठा रही है । भगत सिंह का मानना था कि आजादी का अर्थ केवल अंग्रेजों के चंगुल से छुटकारा पाना नहीं बल्कि संपूर्ण स्वतंत्रता से था । माया पर आधारित मौजूदा व्यवस्था में अमूल परिवर्तन चाहते थे । वह मनुष्यों द्वारा मनुष्यों का शोषण समाप्त करना चाहते थे । उनके सपनों का भारत बनाकर ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है । नौजवानों को आगे आना होगा तभी उनका सपनों का भारत बनाया जा सकता है ।