धनबाद के झरिया का भागा स्टेशन नेताजी की कई यादों को अपने में संजोये हुए हैं
स्वतंत्रता संग्राम के दौरान क्रांतिकारियों का धनबाद आना-जाना लगा रहता था। उनमें से एक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस भी थे. जब गोमो से गुम होने के बाद नेताजी धनबाद के झरिया पहुँचे, तो अंग्रेज सिपाही उनका पीछा करते हुए यहाँ भी पहुँच गए, लेकिन यहाँ भी नेताजी ने अंग्रेजों को चकमा दे दिया और बचकर भाग निकले। जिसके कारण उनकी याद में स्टेशन का नाम ‘भागा’ रखा गया।
18 जनवरी 1941 को नेताजी धनबाद पहुंचे थे । वे झरिया के एक स्थान पहुंचे अंग्रेज़ उनका पीछा करते हुये वहाँ भी पहुँच गए । लेकिन ऐन वक्त पर चकमा देकर नेताजी वहाँ से भाग गए। इसलिए यह जगह भागा के नाम से प्रसिद्ध हो गया। भागने और पीछा करने का सिलसिला जारी था लेकिन एक स्थान के बाद से नेताजी गुम हो गए फिर आज तक उनका कोई पता नहीं चला । जिस स्थान पर अंग्रेजों ने नेताजी को आखिरी बार ट्रेस किया था और जहां से वे गुम हो गए उसका नाम गोमो पड़ गया ।