अब वो दिन शायद गुजरे जमाने की बात हो जाए जब आप रेलवे स्टेशन अथवा भवनों के पास से गुजरते वक्त नाक पर रुमाल रख लिया करते थे। दीवारों पर गंदगी, पान की पीक एवं भद्दे पोस्टर अब शायद गुजरे जमाने की बात हो जाये । स्टेशन के आस-पास एवं रेल भवनों की खाली पड़ी दीवारें एवं परित्यक्त भवनों की दीवारें हजारों दर्शकों के दिल को छूने के लिए कलाकारों की कल्पनाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए कैनवासों में परिवर्तित कर दी गयी है और रंगों से छिड़क दिया गया है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत सार्वजनिक भवनों के सौंदर्यीकरण के उद्देश्य से एवं पर्यटकों एवं स्थानीय नागरिकों के आकर्षण के लिए ही यह निर्णय लिया गया है।
कलाकारों ने स्वैच्छिक सेवा दी है
आसनसोल रेलवे डीआरएम पीके मिश्रा ने नेतृत्व में इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। पूरे आसनसोल रेल मण्डल के स्टेशन के आस-पास की दीवारों एवं परित्यक्त भवनों में इसी तरह की पेंटिंग्स की जा रही है। जिसमें रेल कर्मचारियों के अलावा , विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों और स्थानीय कलाकारों को भी शामिल किया गया है जिन्होने इस सुंदरता परियोजना में अपनी सेवाएं स्वेच्छा से की हैं। फिलहाल स्टेशन परिसर की दीवारों के साथ-साथ रेलवे कॉलोनियों में लगभग 100 शानदार चित्रकारी की गयी हैं। पर्यावरण संरक्षण, वनीकरण, जल संरक्षण, स्वच्छता, लड़कियों की शिक्षा, पशु संरक्षण, हमारे देश में रेलवे विकास का एक संक्षिप्त इतिहास आदि संदेश इन चित्रों के माध्यम से चित्रित किए गए हैं। खूबसूरत रंगों से उकेरी गयी खूबसूरत तस्वीरें रेल यात्रियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को काफी पसंद आ रही है।
रेलवे की दीवार पर उकेरी गयी खूबसूरत तस्वीर