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बीसीसीएल की बड़ी लापरवाही,डेटोनेटर फटा कर्मी गंभीर रूप से घयाल

बाँसजोड़ा में डिटोनेटर फटने से 45 वर्षीय बीसीसीएल कर्मी तिलक सिंह घायल हो गया। वहीं कई कर्मी को हल्की चोट आई है। गम्भीर रूप से घायल कर्मी वह बाँसजोड़ा में फिटर के पद पर कार्यरत है।आश्चर्य है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी स्थानीय प्रबंधन अनभिज्ञता ज़ाहिर कर रहा है।इस गम्भीर घटना में कर्मी की आँख बच गया। उसका प्राथमिक उपचार लोयाबाद क्षेत्रीय अस्पताल में किया गया है।कल एस्पेश्लिस्ट से दिखाने के बाद ही पता चल पाएगा कि उसकी आँख बची है या नही।फिलहाल कर्मी गोधर स्थित अपने आवास में रेस्ट कर रहा।


घटना सुबह 9 बजे तब घटी जब इस कड़ाके के ठंड में कुछ कर्मी चानक नंबर 1 के पास अलांव जला रहे थे। अलांव में ही किसी ने पास में रखा कूड़ेदान से एक पुरानी काटून उठा लाया और आग में डाल दिया।काटून डालते ही बलाष्ट होने लगा। तीन चार आवाज हुई।बलाष्ट होने से वह कर्मी चपेट में आ गया। घटना से अफरा-तफरी मच गई।बताया जा रहा है कि उस काटून में कितने डिटोनेटर थे ये तो कोई नहीं जानता पर चार डिटोनेटर बचा मिला।अगर सभी फट जाता तो आग ताप रहे सभी लोग मारे जाते। जानकर बताते है कि डिटोनेटर ब्लास्टिंग का पार्ट है।पत्थर को उड़ाने में डिटोनेटर का उपयोग होता है। सवाल उठता है कि इतनी बड़ी चूक हुई कैसी।ब्लास्टिंग में उपयोग होने वाला बारूद एवं डिटोनेटर सहित तमाम यंत्र एक गोपनीय एवं सुरक्षा में रखे जाने वाला विभाग माना जाता है। फिर भी इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई।

डिटोनेटर नक्सलियों के हाथ लगती तो  क्या  होगा

जानकारों की माने तो डिटोनेटर बारूद उड़ाने में मदद करती है। वैसे तो यह छोटी चीज़ मानी जाती है। पर अपराधी या नक्सलियों के लिए बड़ी चीज मानी जाती है। अगर वैसे लोगों के हाथ लगता तो वह इसे एक बड़ी दुर्घटान का प्लान कर देता।

जाँच हुआ तो फसेंगे अधिकारी

बीसीसीएल सिजुआ क्षेत्र में कडाके की ठंड में जाहिर सी बात है हर किसी को आग की तलब होती है. घर पर है तो कंबल या रजाई में घुस जाएँगे लेकिन ड्यूटी में रजाई कहां। वैसे में अगर आग दिख जाए तो गर्मी कौन नहीं लेना चाहेगा ? कई कर्मचारी मामूली जख्मी हुए. मामले को छिपाने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है. सोचनीय विषय है. इस प्रकार जब डेटोनेटर फेंके जा सकते हैं तो कुछ भी किया जा सकता होगा। घटना की जानकारी नहीं है। डिटोनेटर बहुत ही मामूली चीज़ है। डिटोनेटर वहाँ कैसे पहुँची यह पता लगाया जा रहा है।

Last updated: दिसम्बर 25th, 2019 by Pappu Ahmad