धनबाद। सब ठीक रहा,तो बीसीसीएल कर्मियों को शुक्रवार तक वेतन भुगतान कर दिया जाएगा। 23 दिसंबर मंगलवार को बीसीसीएल की बोर्ड मीटिंग में एक बार फिर वेतन भुगतान के लिए बैंक से लोन लेने का प्रस्ताव पारित किया गया। सीएमडी गोपाल सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में वेतन भुगतान पर गंभीर मंथन हुआ। सोमवार को हुई सीसीसी की बैठक में ट्रेड यूनियनों ने इस मुद्दे पर सीधे हड़ताल की धमकी दे डाली थी।
ट्रेड यूनियनों से समझौता नहीं होने पर नए साल में बखेड़ा होना तय था। लिहाजा कंपनी ने फिर से लोन का प्रस्ताव बोर्ड में रखा जिसे पारित कर दिया गया। ट्रेड यूनियनों ने साफ कर दिया था कि अब वेतन मिलने में विलंब हुआ तो हड़ताल का सहारा लिया जाएगा। कंपनी 500 करोड़ रुपये का लोन वेतन मद में लेगी।
दरअसल प्रति माह कंपनी को वेतन व अन्य देनदारियों के मद में 1000 करोड़ रुपये का खर्च आता है। फिलवक्त 500 करोड़ के लगभग राशि उपलब्ध है। ऐसे में अन्य खर्च पूरा हो सकता है पर वेतन भुगतान संभव नहीं हो सकता। जीएसटी समेत अन्य खर्चों में कटौती पर भारी पेनल्टी भरनी पड़ सकती है