संडे कटौती से भड़के मजदूरों ने किया काम ठप्प, पीओ ने कहा इनके काम नहीं करने से कंपनी को फायदा
लोयाबाद। संडे कटौती के विरोध में रविवार को संयुक्त मोर्चा ने बांसजोड़ा कोलियरी में ना सिर्फ विरोध प्रदर्शन किया बल्कि कोयले का उत्पादन भी ठप कर दिया। सुबह 6 बजे मजदूर बांसजोड़ा 6 नंबर पीट पर पहुँचे व प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मजदूरों ने सीएचपी, सेन्ट्रल पोल, ओसीपी, ब्लास्टींग व साईडिंग के कामों को ठप कर दिया। आंदोलनरत मजदूरों का कहना था कि पहले 242 मजदूरों को होली डे व संडे मिलता था। 111 मजदूरों को संडे की कटौती कर सिर्फ 131 मजदूरों को संडे दिया गया।
उच्चस्तरीय प्रबंधन ने 30 प्रतिशत संडे कटौती की नोटिस जारी की थी। जबकि कोलियरी प्रबंधन द्वारा लगभग पचास प्रतिशत संडे की कटौती कर दी गई। मजदूरों का कहना था कि बिना स्टेचुरी वर्कर के उत्खनन परियोजना में प्रबंधन द्वारा काम कराया जाना डीजीएमएस के प्रावधानो का खुल्लम खुला उल्लघंन है।
पीओ के बयान से भड़के मजदूर
मजदूर पीओ जेके जायसवाल से उस बात को लेकर भी काफी आक्रोश में थे कि बीसीसीएल के मजदूरों की जरूरत नहीं है। बिना इनके परियोजना चला लेगे। इन लोगों को काम नहीं करने से कंपनी को ही फायदा होगा।
मजदूरों ने पीओ पर नियमों का उल्लघंन का आरोप लगाते हुए कहा कि बांसजोड़ा साईडिंग में पे-लोडर से कोयले की पिसाई करवाई जा रही है।
पीओ ने आरोपों को बेबुनियाद बताया
मजदूरों का ये आरोप बेबुनियाद है कि उनके बगैर काम चल सकता है। काम नहीं करने से कंपनी को फायदा होगा। स्टेचुरी कर्मचारी में हम लोग भी आते है व सभी काम कर रहे है। जरूरत के तहत पे-लोडर से भी कोयला चूर किया जा सकता है।
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