सालानपुर आइएनटीटीयूसी तृणमूल कॉंग्रेस के श्रमिक संगठन (केकेएससी) के तत्वाधान में गुरुवार को बाराबनी विधायक विधान उपाध्याय की नेतृत्व में सालानपुर ईसीएल मुख्यालय के समक्ष कोल इंडिया में निजीकरण और कोल ब्लॉक की नीलामी के विरुद्ध धरना प्रदर्शन किया।
कोयला खदान श्रमिक संगठन द्वारा एक लिखित ज्ञापन सालानपुर ईसीएल क्षेत्रीय कार्मिक प्रबन्धक एमएम साधु खाँ को सात सूत्री मांग पत्र सौंपा गया।साथ ही क्षेत्र के विभिन्न कोलियरी से सटे क्षेत्रों की विकास ईसीएल सीएसआर कोष से करने की भी मांग की गई।
बाराबनी विधायक विधान उपाध्याय ने कहा तृणमूल कॉंग्रेस नेत्री माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रेलवे एवं कोल इंडिया के निजीकरण एवं केन्द्र सरकार की गलत नीति के खिलाफ खड़ी है। 2014 में मोदी सरकार सत्ता में आने के बाद एक एक सरकारी संम्पत्तियों का निजीकरण किया जा रहा है, भारत का हर एक नागरिक जानता है कि केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमत में वृद्धि की जा रही है, ईसीएल सालानपुर बाराबानी क्षेत्र से रिकॉर्ड कोयला उत्पादन कर रही है, लेकिन इसीएल क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं कर रही हैं।
निजीकरण को आश्रय देने तथा समर्थन करने वाले स्वयं खुद के ही बैठे डाल को काटने का काम कर रहें है, देश की एक एक संम्पत्ति हमारा गौरव है। जिसे हमारे पूर्वजों ने बलिदान देकर अर्जित किया है। केंद्र सरकार देश की नहीं बल्कि अपनी पार्टी की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में विश्वासरखती है। मोदी सरकार की निजीकरण की इस तुगलकी फरमान को किसी हाल में भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज्य की मुख्यमंत्री की दिशा निर्देश पर आगामी दिनों में और भी उग्र आंदोलन किया जाएगा।
इस धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में बाराबनी ब्लॉक तृणमूल कॉंग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष सह जिला परिषद सदस्य असित सिंह, सलानपुर तृणमूल कॉंग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष सह जिला परिषद विभागाध्यक्ष मो० अरमान, जिला परिषद सदस्य कैलाशपति मंडल, सालानपुर ब्लॉक तृणमूल कॉंग्रेस महासचिव भोला सिंह, सालानपुर पंचायत समिति अध्यक्ष फाल्गुनी कर्मकार घासी, केकेएससी श्रमिक संगठन नेता दिनेश लाल श्रीवास्तव, बाराबनी पंचायत समिति सभापति माला बाउरी, केकेएससी एरिया सचिव डी बबलू, ट्रेड यूनियन नेता, बाराबनी पंचायत प्रधान समेत भारी संख्या श्रमिक और तृणमूल कॉंग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।