एक अदद बैंक या एटीएम की बाट जोह रही कल्याणेश्वरी…
माँ कल्याणेश्वरी कहने से तुरंत ही मष्तिस्क में मैथन की खूबसूरत वादियाँ तैरने लगती है.
विविधता और विशेषता का अनूठा संगम तथा पर्यटन का बहुत बड़ा केंद्र है माँ कल्याणेश्वरी का पावन क्षेत्र.
धार्मिक अनुभूति की मधुर मिलन के साथ साथ अधौगिक और भू सम्पदा से परिपूर्ण
यह विशाल क्षेत्र झारखण्ड और बंगाल की सीमा पर स्थित है.
ख्याति प्राप्त माँ के इस प्राचीन मंदिर में सैलानियों और श्रद्धालुओं का वर्ष भर ताँता लगा रहता है.
यहाँ से महज कुछ ही दुरी पर स्थित मैथन डैम के मनोरम दृश्य के साथ पहाडियों की गोद में
पर्यटकों के लिए बनाई गई लगभग 50 से भी अधिक होटल यहाँ की सौन्दर्यता को चार चाँद लगा देती है.
बैंक और एटीएम के लिए तरस रहा है यह क्षेत्र
आज आधुनिकता के इस युग में भी कल्याणेश्वरी अंचल एक अदद बैंक और एटीएम की बाट जोह रहा है.
कल्याणेश्वरी को केंद्र माने तो बथानबाड़ी, बासकटिया, धनुडीह, होदला, महेशपुर, कोदोभिटा, पूरणडीह,
नाकड़ाजोडिया, देवीपुर, अजीतेशनगर, जामीरकुड़ी, लेफ्ट बैंक, पी एच इ कालोनी, डिबूडीह चेक पोस्ट,
रामनगर, दमागोडिया के साथ साथ यहाँ स्थित लगभग 50 से अधिक छोटे – बड़े कल कारखाने साथ
कुछ ही दुरी पर बी सी सी एल एरिया 12 अंतर्गत संचालित दमागोडिया कोलयरी, रामनगर सेल प्रोजेक्ट
तथा इनके अधिनस्त दर्जनों छोटी बड़ी कंपनिया कार्यरत है.
उपरोक्त सभी इलाको के निवासी व कर्मियों का करीबी स्थल व मार्किट एरिया के रूप में एक मात्र कल्याणेश्वरी है.
7 किलो मीटर के दायरे में एक भी बैंक या एटीएम नहीं है
अक्सर यहाँ आने वाले श्रद्धालु व पर्यटक बैंक व एटीएम का पता पूछते हैं.
किन्तु प्रति उत्तर में बराकर, देन्दुआ, और मैथन का जवाब दिया जाता है.
विडम्बना यह है की इन तीनो स्थल की दुरी माँ कल्याणेश्वरी मदिर से 7 किलोमीटर से कम नहीं है.
विकास के लिए तरस रहा एक बड़ा आस्था के केंद्र
माँ कल्याणेश्वरी बंगाल, बिहार एवं झारखण्ड के लोगों के लिए आस्था का केंद्र है.
माँ कल्याणेश्वरी का दर्शन किय बगैर काली के भक्तों की भक्ति पूर्ण नहीं होती है.
स्थानीय दुकानदार सुजेन पाल, बिरेन्द्र मोदी, संकर खेपा, शिव कुमार ठाकुर, ऑटो चालक हरदेव तांती,
होटल संचालक कृष्णा नोनिया, भीम सिंह, चिकित्सक डॉ एम् कुमार , समाजसेवी व् व्यवसाई साधु बाल्मीकि,
तारा खान, अशोक पासवान, शिबू मंडल सभी व्यवसाइयों एवं स्थानीय नागरिकों का कहना है कि
बैंक व ए टी एम् का नहीं होना इस क्षेत्र के विकाश में सबसे बड़ी बाधक है.
प्रतिदिन करोड़ों का कारोबार होता है इस क्षेत्र में
उद्योग , पर्यटन, स्थानीय व कोलयरी को मिलाकर यहाँ प्रतिदिन करोड़ों रूपए का लेन-देन होता है.
ऐसे में किसी भी बैंक का इस और आकर्षित नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है.
आपात स्थिति में दूर-दराज़ से नगद रूपए का वहन करना जोखिम से भरा होता है
साथ ही यहाँ बाहर से आने वाले सैलानियों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है.
नाम नहीं छापने की शर्त पर कुछ उधोगपतियों ने बताया की उनकी प्रतिष्ठान में प्रतिदिन लाखो रूपए नकद जरुरत होती है .
ऐसे में कर्मियों को दूरदराज़ के बैंक में रूपए भेजने या लाने में भय की स्थिति बनी रहती है.
इसीलिए माँ कल्याणेश्वरी मंदिर के निकट बैंक और ए टी एम् का होना अति आवश्यक है .
आवेदन का इन्तजार कर रहे हैं विधायक
इस सम्बन्ध में बाराबनी बिधायक बिधान उपाध्याय ने कहा की इस क्षेत्र में बैंक व ए टी एम् का नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है.
साथ ही आज के समय में लोगो को भारी परेशानी होती है.
उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगो से निवेदन है कि संयुक्त रूप से एक आवेदन दें,
इसके बाद वे इस क्षेत्र में बैंक व् एटीएम लगाने का प्रयास करेंगे .
-गुलजार खान (कल्याणेश्वरी)
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