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6 वर्षो बाद दोबारा शुरू हुई सीपीएस, लोगो में हर्ष

सीपीएस का उद्घाटन करते अतिथि

बंद कम्पनी फिर से चालू

मार्च 2012 में केप्टिव पॉवर सप्लाई कम्पनी (सीपीएस) बंद हो जाने से क्षेत्र की गति ही मानो थाम गई थी. इसमें कार्यरत हजारों कर्मी बेरोजगार की स्थिति में आ गए. लेकिन स्थानीय विधायक उज्जवल चटर्जी के प्रयास से यह कम्पनी दोबारा उत्साह के साथ खुली है, जिससे क्षेत्र के लोगों में काफी हर्ष है, साथ ही बेरोजगार हुए कम्पनी के पूर्व कर्मचारियों के लिए आज का दिन किसी ईद और दीपावली से कम नहीं था. गुरुवार को सीपीएस कम्पनी का दुबारा विधिवत उद्घाटन हुआ और आज से यह कंपनी बिजली उत्पादन को तैयार है. हालंकि अधिकारिक रूप से यह कंपनी 11 जुलाई को खुली है. लेकिन विधिवत शुभारम्भ आज यानि 12 जुलाई से हुआ है.

वर्ष 2012 में बंद हो गई थी

उल्लेखनीय है कि केप्टिव पॉवर सप्लाई कोयले से बिजली उत्पादन करती थी, और ईसीएल के साथ इसका अनुबंध था. वर्ष 2012 के मार्च महीने में अनुबंध की तिथि समाप्त होने के बाद नयी अनुबंध के दौरान कोयले के मूल्य निर्धारण को लेकर सीपीएस और ईसीएल प्रबंधन में काफी खींचतान चली, नतीजतन कम्पनी प्रबंधन ने कम्पनी बंद करने की घोषणा कर दी. जिसके बाद कई स्तरों से इसे दोबारा शुरू करने का प्रयत्न किया गया लेकिन असफलता ही हाथ लगी. जिससे क्षेत्र का विकास तो रुका ही साथ ही कम्पनी में कार्य करने वाले अधिकारी व कर्मियों पर बेरोजगारी की तलवार लटक लगी. आज 6 वर्ष बाद यह कम्पनी दोबारा शुरू हुई है, जिससे चिनाकुड़ी की रौनक वापस आ गई और पुराने कर्मियों में फिर से नयी उम्मीद जगी है.

तीस मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा

गुरुवार को इम्पेरियम एनर्जी यूटिलिटी सर्विसेस एलएलपी ने इस बंद कम्पनी को अपने हाथो में लेकर इसकी नए सिरे से शुरूआत की. आज सुबह कम्पनी परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया था. समारोह के दौरान कम्पनी का ध्वजारोहण के साथ ही हवन-पूजन किया गया. उद्घाटन समारोह में इम्पेरियम एनर्जी के चेयरमेन राधा कृष्णन के आलावा कृपान मुखर्जी, रबिर मुखर्जी, कल्लोल मुखर्जी, देवाशीश सेन राय और ईसीएल से सोदपुर क्षेत्र के महाप्रबंधक मुकेश कुमार जोशी, जीएम (ई एंड एम),जीएम सेफ्टी, मुख्य सुरक्षा अधिकारी, जीएम लाइन आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे. इस दौरान कम्पनी प्रबंधन ने जानकारी देते हुए कहा कि सभी के प्रयासों से आज यह बंद कम्पनी दोबारा खुली है. इसमें 30 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा, जो सिर्फ ईसीएल को ही सप्लाई दी जाएगी . इसके आलावा प्रबंधन ने बताया कि पूर्व के कुछ कर्मियों को साथ लेकर तथा 9 महीने के लिए ठेका कर्मियों के माध्यम से यहाँ बिजली उत्पादन का कार्य किया जायेगा. इसके पश्चात् स्थाई कर्मियों के लिए पुराने कर्मी को लेने व नयी नियुक्ति के बारे में विचार किया जायेगा.

Last updated: जुलाई 12th, 2018 by News Desk