दुर्गापुर थाना अंतर्गत अमराई मोड़ संलग्न नीलगंगा बस्ती के समीप डीएसपी के जमीन पर अवैध तरीके से दुकान बनाया जा रहा था। उसी को केंद्र कर तृणमूल के दो ग्रुप में बमबाजी के साथ ही गोली चलाने की घटना हुई। जानकारी के मुताबिक तृणमूल के दो ग्रुप केशेख शहाबुद्दीन और अमीनुल इस्लाम के समर्थकों के बीच घटना घटी है। घटना की सूचना पाकर आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के डीसीपी अभिषेक मोदी अपने पुलिस फोर्स को लेकर पहुँचे।
इसके कुछ देर बाद ही कमबैंक फोर्स को भी उतारा गया। इलाके में उत्तेजना का माहौल बना हुआ था। कुछ देर बाद दुर्गापुर नगर निगम के एमआईसी प्रभात चटर्जी पहुँचे और अपने कार्यकर्ताओं को वहाँ से चले जाने का निर्देश दिया। इसके बाद इलाका शांत हुआ। जानकारी के मुताबिक अमराई इलाके में चुनाव को लेकर बैठक की जा रही थी। उसी बीच लोगों के पास खबर आई कि एक तृणमूल कर्मी का दुकान कुछ इलाके के ही अपराधी तोड़ रहे हैं, इसका प्रतिवाद करने पर अपराधियों ने बम बाजी की ओर गोली भी चलाई।
इस घटना में दो युवक घायल हुए हैं। घायलो में से एक युवक ने बताया कि शेख सफीक नाम का युवक दुकान को तोड़ रहा था और उनके साथ 20 से 25 युवक हाथ में डंडा लेकर खड़े हुए थे। आरोप लगाया कि शेख अमीनुल दुकान को बंद करवाने की धमकी भी दी। उसके बाद ही दूसरे ग्रुप के लोग वहाँ पहुँचे तब तक वे लोग भाग चुके थे। इस घटना के बाद प्रभात चटर्जी ने कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है, दोषियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे राम और बम दोनों एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं। भाजपा की ओर से कहा गया कि उनपर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है, इन लोगों की गुटबाजी का यह नतीजा है। इस घटना को लेकर सीपीएम की ओर से इलेक्शन कमिशन को शिकायत भी की गई है।