शनिवार की देर शाम को अवैध बालू गाड़ी को रोककर स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन जताया। यह घटना पानागढ़ रेल पार की है। इस रास्ते से होकर प्रायः एक सौ से अधिक गाड़ियाँ आना-जाना करती है।जानकारी के अनुसार इलाके के लोगों ने कल शाम को बालू गाड़ी को रोक कर विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि प्रतिदिन ओवरलोड गाड़ियाँ इधर से आना-जाना करती है। जिसके कारण रास्ता टूट जाता है।
ड्रेन टूटने के कारण ड्रेन का पानी घर के अंदर चला आता है। कहा कि बालू माफिया रात के अंधेरे में बालू ट्रक को पुलिस की मदद से ले जाते हैं और बालू ढका हुआ नहीं रहता है। जिसके कारण राह चलते छात्र-छात्राओं से लेकर गाँव के लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। बालू खुले रहने के कारण उड़कर आँख में चली आती है और काफी परेशानी होती है। रात में सही तरीके से सो भी नहीं पाते हैं। इन बालू माफियाओं के चलते लोगों को विभिन्न बीमारियों का शिकार होकर डॉक्टर के पास जाना पड़ता है।
लोगों ने आरोप लगाया कि सब कुछ जानते हुए भी कांकसा पुलिस चुपचाप बैठी देखती रहती है। कुछ लोगों का आरोप है कि पुलिस और बालू माफिया की मिलीभगत से यह कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। पहले रात के अंधेरे में चलती थी,अब खुलेआम सुबह से लेकर रात तक चलती है। घटना की सूचना पाकर कांकसा थाना घटनास्थल पर पहुँची और विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ बात कर आश्वासन देने के बाद वहाँ से चले गए।