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कभी थानों पर धौंस जमाने वाले कृष्णेन्दू मुखर्जी को अब हर दिन देनी होगी हाजिरी

आसनसोल : सर पर से रहनुमा का साया उठ जाने पर जिंदगी क्या बन जाती है इसे कृष्णेन्दू मुखर्जी से बेहतर कौन जान सकता है । करीब डेढ़ साल पहले तक आसनसोल के विशेषकर बर्नपुर क्षेत्र में कृष्णेन्दू मुखर्जी बहुत बड़ा नाम हुआ करता था । लेकिन समय का पहिया ऐसा घूमा कि कृष्णेन्दू मुखर्जी एक झटके में आसमान से जमीन पर आ गिरा । एक के बाद एक करीब आठ गैर जमानती मुकदमों ने कृष्णेन्दू मुखर्जी को न केवल सलाखों के पीछे पहुँचा दिया बल्कि उसे जेल में ही रखने के लिए हर वो कोशिश की गयी जो की जा सकती थी ।

केटेरर राणा बनर्जी हत्याकांड में उसे कोलकाता उच्च न्यायालय से 14 अगस्त को सशर्त जमानत मिल गयी. हीरापुर थाना ने उसे जेल में रोकने के लिए कांड संख्या 38/2019 में  गिरफ्तार करने की अपील की. जिसमें कृष्णेन्दू के निशानदेही पर न्यूटाउन इलाके से हथियारों की बरामदगी को लेकर हीरापुर थाना में कांड संख्या38/2019 दर्ज हुआ था. शुक्रवार को इसपर हुई सुनवाई में भी अदालत से उसे जमानत मिल गयी.

डेढ़ साल फरारी और साढ़े छह माह न्यायिक हिरासत में जेल में बंद रहने के बाद कृष्णेन्दू मुखर्जी के बाहर निकलने का रास्ता साफ हो गया है. अगले सप्ताह वह न्यायिक हिरासत से जमानत पर बाहर निकल जाएगा.

न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान ही कांड संख्या 346/2017 में अपनी जमानत के लिए उसने उच्च न्यायालय में अपील की. सूत्रों के अनुसार 14 अगस्त को इस कांड में कोलकाता उच्च न्यायालय से उसे जमानत मिल गयी.

इससे पूर्व सात मामलों में मिली जमानत में बेलबांड जमा नहीं किया गया था. शुक्रवार, 16 अगस्त को सातों मामलों का बेलबॉण्ड जमा कर दिया गया. सूत्रों के अनुसार उच्च न्यालय से मिली जमानत की सर्टिफाई कॉपी सोमवार को अदालत में जमा किया जाएगा. जिसके बाद कृष्णेन्दू न्यायिक हिरासत से बाहर निकल जायेगा. जमानत की शर्त के अनुसार वह जिले में नहीं रह पाएगा. राज्य के जिस थाना क्षेत्र इलाके में रहेगा उसे उस थाना में नियमित हाजिरी देनी होगी.

पुलिस को इसकी सूचना मिलते ही उसे न्यायिक हिरासत में रोकने के लिए कांड संख्या 38/2019 में  गिरफ्तार करने की अपील की गई. शुक्रवार को सुनवाई में उसे इस मामले में भी जमानत मिल गयी.

Last updated: अगस्त 17th, 2019 by Rishi Gupta