बराकर -रेलवे टिकट का अवैध धंधा आज पाश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में व्यापक रूप से बढ़ती जा रही है, जिसके खिलाफ अभियान चलाते हुए वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त डॉ0 एएन झा के निर्देशानुसार बराकर आरपीएफ प्रभारी नितिन कुमार के नेतृत्व में चिरकुंडा स्थित ज्योति ट्रेवल्स नामक दुकान पर छापेमारी कर लैपटॉप एवं मोबाइल सहित 70 से 80 हजार रुपए के साथ दुकान के मालिक व कर्मचारी को धर दबोचा।
उक्त घटना के बारे में आरपीएफ प्रभारी नीतिन कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उन्होंने अपनी एक स्टाफ को ज्योति ट्रैवेल दुकान में एक टिकट करवाने के लिए भेजा जहाँ आसानी से उक्त दुकान के मालिक ने अपनी पर्सनल आईडी से शीघ्र ही आसनसोल से दिल्ली तक प्रीमियम तत्काल टिकट बना दिया। जबकि एक दुकान को संचालन के दौरान कोई भी अपने पर्सनल आईडी से आम जनता की टिकट नहीं बना सकते। उन्होंने बताया कि एक दुकान को संचालन के लिए रेलवे अधिकृत लाइसेंस दिया जाता।
इस अवैध तरीके से टिकट बनाने के बाद आरपीएफ कर्मचारी ने फ़ोन से इसकी जानकारी आरपीएफ प्रभारी नितिन कुमार को दी। जिसके तुरंत बाद लगभग 11 बजे के आसपास आरपीएफ जवान के टीम ने उक्त दुकान पर छापेमारी कर 2 लैपटॉप, 2 मोबाइल फ़ोन 70 से 80 हजार रुपए नगद एवं कई तरह के सामग्री को जब्त कर दुकान के मालिक गौरी शंकर गोराई एवं उनके एक कर्मचारी बुबाई को गिरफ्तार कर लिया। जिन्हें सोमवार की सुबह आसनसोल कोर्ट को सुपुर्द कर दिया जाएगा।
आरपीएफ प्रभारी नितिन कुमार ने बताया की ज्योति ट्रेवल्स इस तरह के अवैध टिकट बनाने के लिए 10 अलग अलग लोगों के नाम के पर्सनल आईडी बना कर रखे थे। जिससे वे बीते एक वर्ष में लगभग 80 हजार रुपए अवैध तरीके से आई किये है। उन्होंने बताया कि इस तरह के छापेमारी आगे भी जारी रहेंगे। इस अवैध कारबार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा ।