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मरीज के परिजनों ने की अस्पताल कर्मियों की पिटाई

बैठक करते अस्पताल प्रबंधन व परिजन

रानीगंज -शहर के आनंदलोक अस्पताल में बीती रात एक मरीज के परिवार वालों ने मिलकर अस्पताल के कर्मियों की जमकर पिटाई कर दी। पुलिस की तत्परता से कर्मियों को बचाया गया। तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। जबकि एक फरार हैं। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक परसिया कोलियरी के वयोबृद्ध महिला उर्मिला देवी को 4 दिन पहले आनंदलोक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला गंभीर अवस्था में थी,परिजन को डॉक्टरों ने वृद्ध की स्थिति बता कर चिकित्सा शुरू कर कर दी।

बीते रात को उनके परिजनों ने वृद्ध मरीज को जबरन बिना बिलभुगतान किए अस्पताल से ले जाने का प्रयास करने लगे, इस पर अस्पताल प्रबंधन ने कहा रोगी को अपनी जिम्मेवारी पर ले जा सकते हैं. लेकिन अस्पताल को चिकित्सा करने में जो खर्च आई है, उसे देनी पड़ेगी, लेकिन परिजन बिना भुगतान किए ही ले जाना चाह रहे थे और बीते रात कोकुछ युवक आकर अस्पताल के अंदर घुसकर मैनेजर, कर्मी व सुरक्षा गार्ड सब के साथ हाथापाई शुरू कर दी, यहाँ तक की अस्पताल के अंदर बने तिरुपति जी के मूर्ति तक को नुकसान पहुँचाया।

सूत्रों के मुताबिक सभी युवा नशे में धुत्त थे। इस घटना से चार कर्मी गंभीर रूप से घायल हैं,जिनकी चिकित्सा चल रही है, घटना की खबर मिलते ही पंजाबी मोड़ पुलिस अस्पताल पहुँची, हालांकि इस घटनाक्रम को लेकर अस्पताल प्रबंधन से लेकर कार्यरत चिकित्सक, कर्मी सभी आक्रोशित और हताश हैं। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद सभी मारपीट करने वाले युवकों ने अस्पताल के चिकित्सक एवं कर्मियों से सामूहिक माफी मांगी। परिजनों की ओर से अजीत शर्मा ने लिखित माफी मांगते हुए कहा मालूम नहीं यह लोग क्यों ऐसा किए, जबकि चिकित्सक दीपेंदु दास काफी अनुभवी चिकित्सक हैं और मेरी सासू मां की चिकित्सा कर रहे थे।

घटना की खबर मिलते ही आज आनंदलोक अस्पताल के संस्थापक देव कुमार सराफ ने कहा कि मैं किसी भी प्रकार का कानूनी कार्यवाही में नहीं जाऊँगा यह चैरिटेबल अस्पताल है कम से कम खर्च में हम चिकित्सा करते हैं, यह जनमानस की अस्पताल है, प्रशासन की ओर से जो भी कार्यवाही हो वह करें. उन्होंने यह भी कहा मैं अस्पताल को ऐसी घटनाओं की वजह से बंद भी नहीं करूंगा, लेकिन प्रशासन व समाजसेवी संस्थाओं को यहाँ के लोगों को इस अस्पताल के लिए सहयोग करनी चाहिए। भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं ना हो क्योंकि आपातकालीन समय में हम लोग चिकित्सा करने को बाध्य हैं, लेकिन इस प्रकार की घटना घटेगी तो हम लोगों का मनोबल घटेगा।

Last updated: सितम्बर 8th, 2018 by Raniganj correspondent