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मिशन निर्मल बांग्ला की दुर्दशा : 20 हजार लाभुको में मात्र एक हजार ने बनवाई शौचालय

खुले में शौच विषय पर निगमायुक्त ने लगायी कार्यशाला

नियामतपुर स्थित संतोष भवन में मंगलवार को आसनसोल नगर निगम के निगमायुक्त खुर्शीद अली कादरी के नेतृत्व में निर्मल बांग्ला के तहत खुले में शौच को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसके तहत उपस्थित लोगो को खुले में शौच विषय पर प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी दी गई. इस दौरान निगमायुक्त के साथ एमआईसी लखन ठाकुर, स्टेंडिंग कमिटी की अध्यक्षा बबिता दास, बोरो चेयरमेन संजय नोनिया, कृष्णा प्रसाद दास, पार्षद नेपाल चौधरी, अमित तुलसियन, खालिद खान समेत कुल्टी बोरो कार्यालय के महिला- पुरुष कर्मी उपस्थित थे.

शौचालय न बनवाना और उसका उपयोग न करना सिर्फ बहानेबाजी

ननी आयुक्त श्री कादरी ने बताया कि खुले में शौच जाना लोगों की आदत में शामिल हो चूका है, लोग जानते है कि यह आदत खराब है फिर भी ऐसा करते है, जिसके भयंकर दुष्परिणाम देखने को मिल रहे है. कई लोगों को खुले में शौच जाना आनंददायक लगता है. घर में शौचालय न बनवाना और उसका उपयोग न करना सिर्फ बहानेबाजी है, जिस दिन लोग खुले में शौच करने के दुष्परिणाम के बारे में जान जायेंगे उस दिन अपने आप इस आदत से तौबा कर लेंगे.

शौच किसी न किसी तरीके से घूम-फिरकर व्यक्ति के खाने-पीने में शामिल हो जाता है

प्रशिक्षण में यह भी बताया गया कि खुले में किया गया शौच किसी न किसी तरीके से घूम-फिरकर व्यक्ति के खाने-पीने में शामिल हो जाता है. इससे कई तरह की बीमारियां होती है, बीमारियों का ईलाज समय पर न हो पाने की वजह से असामयिक मृत्यु भी हो रही है वही डायरिया, पीलिया, पोलियो जैसी बीमारियों का प्रमुख कारण गंदगी और खुले में शौच करना है.

20 हजार लाभुको में एक हजार ने बनवाई शौचालय

उन्होंने बताया कि निर्मल बांग्ला के तहत आसनसोल में 20 हजार लोगो को शौचालय निर्माण के लिए सहायता राशि  प्रदान किये गए थे. लेकिन उनमे से सिर्फ 1 हजार लोगो ने ही शौचालय बनवाया है. उन्होंने कहा कि यह काफी दुखद चिंतनीय है, बचे हुए लोगो के लिए एक टीम गठित की जा रही है, जिसके माध्यम से लोगो को शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित किया जायेगा और खुले में शौच जाने  से रोका जा सकेगा.

Last updated: नवम्बर 1st, 2017 by News Desk