पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल के चार रेलकर्मियों को ड्यूटी निष्पादन के दौरान संभावित दुर्घटना को रोकने हेतु उनके अनुकरणीय समर्पण, बुद्धी तत्परता और संयम के लिए श्री पी.के.मिश्रा, मंडल रेल प्रबंधक/आसनसोल ने पुरस्कृत किया। सोमवार (30 अक्टूबर) को अपने कक्ष में संपन्न एक संक्षिप्त कार्यक्रम में सभी कर्मियों को पुरस्कृत किया गया ।
लाहाबान केबिन मास्टर देवेन्द्र कुशवाहा ने 28 अक्टूबर 2017 को डाउन अकालतख्त एक्सप्रेस को दुर्घटना से बचाया
28.10.2017 जब 12318 डाउन अकालतख्त एक्सप्रेस लाहाबन केबिन के पास से गुजर रही थी तो केबिन मास्टर देवेन्द्र कुशवाहा ने अकालतख्त एक्सप्रेस के पहियों में कुछ असामान्य आवाज महसूस की। उन्हें लगा की कोई एक पहिया डोल रहा है उन्होने तुरंत सूचना संबन्धित विभाग को दी जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गयी। उनकी कुशाग्र बुद्धि और रेलवे के प्रति सजगता के लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया।
रूपनारायनपुर स्टेशन मास्टर पी के राना ने लोको को जलने से बचाया
28.08.2017 को ट्रैलिंग लोको नं.3453 के हावड़ा छोर के ट्रॉली की सभी पहियों के नहीं घूमने और लोको से उठते धुएं का पता लगाने हेतु श्री पी.के. राना/एसएम, रूपनारायणपुर को डीआरएम पी के मिश्रा के हाथों पुरस्कृत किया गया।
चित्तरंजन के पोर्टर ने ट्रेन को दुर्घटना से बचाया
24.09.2017 को ट्रेन के इंजन से पहले वैगन नं. ईसीओआर 61185 हावड़ा छोर के ट्रॉली की पहिये की स्थिति अपने स्थान से थोड़ा भिन्न होने का पता लगाने हेतु श्री धीरज श्रीवास्तव/पोर्टर, चित्तरंजन को डीआरएम पी के मिश्रा ने पुरस्कृत किया।
जामताड़ा के स्टेशन मास्टर ए.के. शर्मा ने ट्रैक में गड़बड़ी का पता लगा कर ट्रेन को दुर्घटना से बचाया
19.09.2017 को जामताड़ा में 5टी1 ट्रैक सर्किट की खराबी तथा रेल फ्रैक्चर का पता लगाने हेतु श्री ए.के. शर्मा/एसएम, जामताड़ा की मरेप्र ने भूरी-भूरी प्रशंसा की।
श्री मिश्रा ने आशा व्यक्त की कि उनकी निष्ठा एवं समर्पण सभी रेलकर्मियों के समक्ष उदाहरण स्थापित करेगा और भविष्य में उसे हासील करने हेतु उन्हें प्रेरित करेगा। उन्होंने इस कार्यक्रम में उन्हें प्रोत्साहन के मान्यतास्वरूप नकद पुरस्कार प्रदान किया।