दुर्गापुर -राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ को निजी काम के लिए व्यवहार करना दंडनीय अपराध है, ऐसा करने वाले व्यक्ति पर प्रशासन की ओर से मामला भी दर्द करने का संविधान में प्रधान है. ऐसा ही मामला देखने को मिला. दुर्गापुर में एक शख्स अपने मोटरसाइकिल के पीछे राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तंभ को लगाकर विभिन्न जगहों पर घूम रहा था और पूछे जाने पर मिजाज से कहता था कि हम लगाए हैं तो क्या हुआ. यह हमारा अधिकार है और पुलिस के आँखों में धूल देकर घूम रहा था. इसे देखते हुए एक युवक ने महकमा शासक को शिकायत दर्ज करवाई थी की एक व्यक्ति अपनी गाड़ी में राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ को लगाकर घूम रहा है. महकमा शासक ने शिकायत मिलते ही परिवहन दफ्तर के अधिकारी को सूचना दी और परिवहन अधिकारी ने पुलिस की मदद से उक्त बुलेट गाड़ी को पकड़कर मंगलवार की सुबह को ही अशोक स्तंभ को खुलवा दिया और चेतावनी भी दी की राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ चिन्ह लगाकर घूमना दंडनीय अपराध है. इसमें सजा हो सकती है. इसलिए फिर से इसका व्यवहार ना करें और उसके बाद गाड़ी को छोड़ दिया गया.
प्रशासन ने बाइक पर लगा अशोक स्तंभ को हटवाया
Last updated: मई 29th, 2018 by